*शिक्षोपनयन संस्कार का छठा दिन
*देर तक सोने वालों को नहीं मिलती सफलता: डा0 अरुण पाण्डेय
फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। मेजर एस0डी0 सिंह पी0जी0 आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल में नवप्रवेशित बी0ए0एम0एस0 बैच 2022 के छात्र-छात्राओं ने पांचवें व छठे दिन भी गुरुजनों और मेहमान विद्वतजनों के जरिए आयुर्वेद के महत्व को समझा और जाना कि आने वाला युग आयुर्वेद का स्वर्णिम युग होगा। वैद्य डॉ0 देवेश मिश्रा ने आयुर्वेद के फायदों को समझाया और छात्र-छात्राओं को आयुर्वेद को अपना क्षेत्र चुनने के लिए बधाई दी।
नेशनल इंटीग्रेटेड मेडिकल एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष डॉ0 देवेश मिश्रा ने मोटीवेशन क्लास के क्रम में बतौर मुख्य अतिथि नवप्रवेशित छात्र-छात्राओं को बताया कि आने वाला युग आयुर्वेद का होगा, सरकार भी आयुर्वेद को बढ़ावा दे रही है। कोरोना त्रासदी के बाद आयुर्वेद पूरे विश्वपटल पर उभर कर आया है। उन्होंने बताया कि आयुर्वेद जैसा कि नाम में निहित है आयु अर्थात जीवन वेद अर्थात ज्ञान यानि यह स्वस्थ रहने का ज्ञान है।
महाविद्यालय के लेक्चरर डॉ0 अंकुर सक्सेना ने डॉ0 देवेश मिश्रा का शॉल ओढ़ाकर सम्मान किया। इस मौके पर प्राचार्य डा0 जॉली सक्सेना, स्वस्थवृत्त के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ0 अरुण कुमार मिश्रा भी उपस्थित रहे।
डा0 अरुण कुमार पाण्डेय ने अपनी क्लास में बच्चों को आत्मविश्वास से लवरेज रहने की सलाह दी।
प्रोफेसर डॉ0 मनोज कुमार चतुर्वेदी ने अपनी क्लास में आयुर्वेद के महत्व को समझाते हुए कहा कि आयुर्वेद एक ऐसा तत्व है जो हमे दीर्घ आयु और स्वस्थ जीवन का उपचार और उपहार देता है।
प्राचार्य डॉ0 जॉली सक्सेना ने आयुर्वेद का महत्व समझाते हुए कहा कि आयुर्वेद का यही मकसद है कि स्वस्थ्य व्यक्ति को कैसे स्वस्थ रखा जाये और बीमार व्यक्ति को कैसे ठीक किया जाये। आयुर्वेद की सबसे बड़ी खासियत यही है कि यह सिर्फ फायदा ही कराता है, नुकसान नहीं। डीन डॉ0 सुनील कुमार गुप्ता ने भी नवप्रवेशित छात्र छात्राओं से नियम से चलने और मन लगाकर आयुर्वेद को पढऩे और समझने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि महाविद्यालय के रूप में आप सभी लोगों को बहुत अच्छा परिवार मिला है अगर आप लोग मन लगाकर अध्ययन करेंगे तो निश्चित रूप से एक दिन देश में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी अपने परिवार और क्षेत्र और अपने देश का नाम रौशन करेंगे।