रिटायर शिक्षक पदेन डेलीगेट होने पर लड़ सकता है चुनाव
फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। माध्यमिक शिक्षक संघ शर्मा गुट के जनपदीय चुनाव को लेकर शिक्षकों में सरगर्मी बढ़ गयी है। दिसंबर के अंतिम सप्ताह में होने वाले इस चुनाव में मौजूदा अध्यक्ष लालाराम दुबे एवं मंत्री नरेंद्रपाल सिंह सोलंकी फिर मैदान में उतरेंगे। अध्यक्ष और मंत्री पद पर पिछली परम्पराओं के अनुसार इस वर्ष भी लालाराम का अध्यक्ष तथा नरेंद्र पाल सिंह का निर्विरोध चुना जाना लगभग तय माना जा रहा है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक अध्यक्ष व मंत्री के पद को शेष अन्य पदों पर चुनाव लडऩे को शिक्षकों ने अभी से रणनीति बनानी शुरु कर दी है। जिसमें प्रमुख रुप से प्रदीप जायसवाल, संतोष दुबे, सतेन्द्र सिंह, रजनीश शिवा, मयंक रस्तोगी आदि शिक्षकों ने चुनाव लडऩे को लेकर रणनीति बनाना शुरु कर दिया है। माध्यमिक शिक्षक संघ के चुनाव को लेकर प्रदेश नेतृत्व द्वारा जो नियमावली है उसके सम्बन्ध में जिला मंत्री नरेंद्र सिंह सोलंकी ने स्पष्ट किया कि अध्यक्ष पद को छोडक़र अन्य पदों पर कार्यरत शिक्षक ही चुनाव लड़ सकेंगे। परन्तु मौजूद पदेन डेलीगेट भी चुनाव लड़ सकता है। चाहे वह अवकाश प्राप्त क्यों न हो। उन्होंने बताया कि शिक्षक संघ के संविधान के अनुसार जिलाध्यक्ष एवं जिलामंत्री मौजूदा पदेन डेलीगेट हैं। इसलिए वह चुनाव लड़ सकते हैं। इस वर्ष चुनाव लडऩे के बावत पूछे जाने पर नरेंद्र सिंह सोलंकी ने बताया कि वह चुनाव लडऩे के मूड में नहीं थे। परन्तु समर्थक शिक्षकों द्वारा चुनाव हेतु दबाव बनाने के कारण वह इस वर्ष का चुनाव अवश्य लड़ेंगे। वह शिक्षक हितों के लिए हमेशा संघर्ष करते रहेंगे।
उन्होंने कहा कि कुछ लोगों द्वारा अध्यक्ष पद को छोडक़र अन्य पदों पर कार्यरत शिक्षकों के ही चुनाव लडऩे का भ्रम फैलाया जा रहा है। ऐसे लोगों को संघ के संविधान की पूरी जानकारी ही नहीं है। नियमानुसार पदेन डेलीगेट चुनाव लड़ सकता है। भले ही वह रिटायर हो। मौजूद कार्यकारिणी में वह जिलामंत्री हैं। दो पदेन डेलीगेट की श्रेणी में हैं। वह लगातार २० वर्षों से चुनाव जीत रहे हैं।