रोगों को जड़ से समाप्त करने का गुण केवल आयुर्वेद में: वैद्य बुंदेला.

कार्यक्रम के मुख्यअतिथि डा0 पुष्पेन्द्र बुंदेला को सम्मानित करते डीन डा0 सुनील कुमार गुप्ता व मौजूद विद्यार्थी

*शिक्षोपनयन संस्कार का चौथा दिन
*नवप्रवेशित छात्र-छात्राओं ने अगद तंत्र एवं व्यवहार आयुर्वेद को समझा और पंचकर्म विभाग का किया भ्रमण

फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। मेजर एस0डी0 सिंह पी0जी0 आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल में नव प्रवेशित बी0ए0एम0एस0 बैच 2022 के छात्र-छात्राओं ने मंगलवार को चौथे दिन पंचकर्म विभाग का भ्रमण किया तथा वैद्य डॉ0 पुष्पेन्द्र बुंदेला से आयुर्वेद के फायदों को जाना। रोगों को जड़ से समाप्त करने का गुण केवल आयुर्वेद में ही है।
नवप्रवेशित छात्र-छात्राओं को ट्रऊंाजिशनल कैरीकुलम कार्यक्रम के अन्तर्गत चौथे दिन प्रात: अगद तंत्र विभाग के विभागाध्यक्ष डा0 विजय मोहन गुप्ता ने कक्षा ली।
मोटीवेशन कार्यक्रम में मुख्य वक्ता नामचीन वैद्य डा0 पुष्पेन्द्र बुंदेला ने विद्यार्थियों को बताया कि आयुर्वेद ऐसा विज्ञान है, जो रोगों का जड़ से सफाया कर देता है, जबकि अंग्रेजी उपचार में त्वरित लाभ तो होता है, लेकिन बीमारी जड़ से समाप्त नहीं होती। उन्होंने कहा कि आयुर्वेद में पेशेंस (धैर्य) और परहेज का बहुत महत्व है। इलाज करने वाले और इलाज कराने वाले दोनों को ही धैर्य से काम लेना चाहिए, क्योंकि आयुर्वेदिक औषधियां एकदम से फायदा नहीं करतीं, समय के साथ यह उपचार रोग ही नहीं रोग की जड़ को भी समाप्त कर देता है। महाविद्यालय के डीन डॉ0 सुनील कुमार गुप्ता ने वैद्य डॉ0 पुष्पेन्द्र बुंदेला का शॉल ओढ़ाकर सम्मान किया। इस अवसर पर प्राचार्य डॉ0 जॉली सक्सेना, डॉ0 अंकुर सक्सेना तथा प्रशासनिक अधिकारी अनूप कुमार भी उपस्थित रहे। महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ0 जॉली सक्सेना ने सम्बोधित करते हुए कहा कि 15 दिन चलने वाले इस कार्यक्रम को पूर्ण करने के बाद आप आयुर्वेद के बारे में काफी कुछ जान जायेंगे। इससे पूर्व संस्कृत के शिक्षक डा0 अरिमर्दन सिंह ने छात्रों को संस्कृत को सरलीकृत करके समझाया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *