बिलासपुर में कांग्रेस नेता और पूर्व विधायक बंबर ठाकुर पर कुछ अज्ञात लोगों ने गोलियां चला दी। वारदात उस समय हुई जब वह बिलासपुर में अपने आवास पर मौजूद थे। इस दौरान कुछ अज्ञात लोग वहां पर आए और बंदूक से उन पर गोलियां चला दी। गोली लगने से पूर्व विधायक और उनका पीएसओ घायल हो गया। दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पीएसओ की हालत गंभीर बताई जा रही है, जबकि पूर्व विधायक को आईजीएमसी शिमला रेफर किया गया है। आपको बता दें कि गोलियां लगने के बाद बंबर को पहले किसी सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया था, बाद में बंबर को भी जिला अस्पताल पहुंचाया गया।
बिलासपुर. हिमाचल प्रदेश में कानून व्यवस्था का दिवाला निकल गया है. होली के दिन प्रदेश में खून की होली खेली गई. बिलासपुर में कांग्रेस के पूर्व विधायक बंबर ठाकुर पर अज्ञात हमलावरों ने करीब 12 राउंड गोलियां चलाईं. इस हमले में बंबर ठाकुर और उनके पीएसओ घायल हो गए. बंबर ठाकुर को इलाज के लिए शिमला के आईजीएमसी अस्पताल ले जाया गया है और वहीं, पीएसओ को एम्स बिलासपुर में किया गया है. पूरे मामले को लेकर हिमाचल प्रदेश में खासी चर्चा है और लॉ एंड ऑर्डर पर सवाल उठ रहे हैं.
शिमला में आईजीएमसी के डॉक्टर महेश ने बताया कि बंबर ठाकुर की हालत स्थिर है और उनके थाई के थोड़ा ऊपर गोली लगी है. उन्होंने कहा कि गोली के अंदर जाने का घाव है, लेकिन गोली के बाहर निकले का घाव नहीं है और ऐसे में गोली शरीर के अंदर ही है और उनके टेस्ट किए जा रहे हैं और जल्द ही गोली को निकाला जाएगा.उधर, घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है, जिसमें चार हमलावर दिखाई दे रहे हैं. दो हमलावर बंबर ठाकुर पर फायरिंग करते हैं, जबकि दो गेट पर खड़े रहते हैं. इस दौरान उनका पीएसओ भी गोली चलाता है, लेकिन उसे भी गोली लगती है.गौरतलब है कि होली के दिन की यह घटना है और बंबर ठाकुर अपनी पत्नी के सरकारी आवास पर मौजूद थे. उनके बेटे ईशान सिंह ने बताया कि वह होली खेलने के बाद नहाने के लिए गए थे.
इस दौरान उन्होंने गोली चलने की आवाजें सुनी, जब बाहर आए तो देखा उनके पिता को गोली लगी है. उधर, शिमला में आईजीएमसी अस्पताल के बाहर बंबर ठाकुर के भाई ने बताया कि चिट्टा माफिया के खिलाफ उनके भाई लड़ रहे थे और इसी वजह से उन्हें निशाना बनाया जा रहा था.एसपी संदीप धवल ने खुद मौका संभाला है। पुलिस टीमें बनाकर आरोपियों को ढूंढ रही हैं। सीसीटीवी फुटेज खंगाली जा रही है। बंबर ठाकुर की पत्नी के सरकारी आवास पर ये हमला हुआ है। बंबर ठाकुर ने गाड़ी के पीछे छिपकर जान बचाई है। पीएसओ ने बंबर ठाकुर को बचाने के लिए दो गोलियां खाई हैं।
मामले पर मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि ”मैंने बंबर ठाकुर से बात की है। मैंने उनको कहा कि एम्स जाएं, लेकिन वो आईजीएमसी आना चाहते हैं तो ये उनका निजी विचार है। डिप्टी कमीश्नर की मैंने ड्यूटी लगाई है कि जहां वो जाना चाहें उन्हें ले जाएं। मैंने निर्देश दिए हैं कि जिन भी लोगों ने इस वारदात को अंजाम दिया है सारे रोड बंद करके उन्हें पकड़ा जाए।
वहीं, लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने सोशल मीडिया पर लिखा कि ”पूर्व विधायक श्री बंबर ठाकुर पर जानलेवा हमला दुर्भाग्यपूर्ण है, सरकार और पुलिस इसपर तुरंत कार्रवाई करेगी और दोषी जल्द सलाखों के पीछे होंगे, हिमाचल मैं इस तरह की घटना चिंताजनक है। हमने उनके परिवार से बात की है वह खतरे से बाहर हैं और उपचाराधीन हैं ।”