एक साल से ज्यादा समय से पंजाब हरियाणा के शंभू और खनौरी बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन 2.0 पर बुधवार रात पुलिस ने पूरी योजना के साथ बड़ा एक्शन किया। भारी पुलिस फोर्स ने दोनों बॉर्डरों से किसानों को हिरासत में ले लिया। इस दौरान जिन किसानों ने पुलिसिया एक्शन का विरोध किया, उन्हें जबरन बसों में बिठाया गया। साथ ही बॉर्डरों पर किसानों द्वारा बनाई स्टेज, अस्थायी घरों को भी ढहा दिया गया। किसानों की ट्रैक्टर-ट्रालियों को भी बॉर्डरों से हटा दिया गया। शंभू और खनौरी मोर्चे से महिलाओं को वाहनों से उनके घरों के लिए रवाना किया गया। कई किसान खुद ही मोर्चे से घरों के लिए निकल लिए। क्रेन और जेसीबी से किसानों के पक्के कब्जे तोड़े जा रहे हैं। अब बृहस्पतिवार से राजमार्ग शुरू हो जाएगा।
#WATCH | Visuals from the Haryana—Punjab Shambhu Border, where Haryana Police is removing concrete barricades erected to restrict farmers' movement further from where they were sitting in a protest over various demands.
Yesterday, late in the evening, Punjab police removed the… pic.twitter.com/hkqyUodLEO
— ANI (@ANI) March 20, 2025
केंद्रीय प्रतिनिधिमंडल के साथ किसान नेताओं की बातचीत के तुरंत बाद कई किसानों को बुधवार को हिरासत में लिया गया है. किसान नेताओं को हिरासत में लिए जाने को लेकर जमकर सियासत भी शुरू हो गई है. मीटिंग के बाद किसान आंदोलन 2.0 को लीड कर रहे कई किसान नेताओं सरवन सिंह पंढेर, अभिमन्यु कोहाड़, जगजीत सिंह डल्लेवाल, मनजीत राय, काका सिंह कोटड़ा और सुखविंदर कौर समेत कई को हिरासत में ले लिया है.
जहां एक तरफ किसान नेताओं को हिरासत में लिया गया है. वहीं, दूसरी तरफ पंजाब पुलिस ने 13 महीने से बंद हरियाणा-पंजाब के शंभू और खनौरी बॉर्डर को खाली करा दिया गया है. वहां आंदोलन कर रहे किसानों को हटा दिया दिया गया है , साथ ही सीमा पर बनाए गए बसेरों को भी तोड़ दिया गया है. फिलहाल बॉर्डर पर भारी फोर्स तैनात है और सुरक्षा हाई की गई है.
#WATCH | Haryana Police uses bulldozers to remove concrete barricades erected at Haryana – Punjab Shambhu Border to restrict farmers' movement further from where they were sitting on a protest over various demands.
Yesterday, late in the evening, Punjab police removed the… pic.twitter.com/Ma5SPYwT9m
— ANI (@ANI) March 19, 2025
कांग्रेस ने AAP ने की निंदा
कांग्रेस समेत विपक्षी दलों ने किसान नेताओं की हिरासत की निंदा की और आम आदमी पार्टी पर जमकर निशाना साधा. साथ ही कांग्रेस ने आप के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार का “कायरतापूर्ण कृत्य” बताया. किसान यूनियन नेताओं के खिलाफ पंजाब पुलिस के एक्शन को लेकर कांग्रेस ने राज्य सरकार को घेर लिया है. कांग्रेस ने इस कदम को राज्य सरकार का “कायरतापूर्ण कृत्य” बताया है. वरिष्ठ कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा ने कहा कि पंजाब के इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ है कि सरकार ने बैठक के बहाने नेताओं को बुलाकर गिरफ्तार किया हो.
#WATCH | Punjab | Police remove farmers from Punjab-Haryana Khanauri Border who were sitting on a protest over various demands.
Amid massive police deployment – farmers were evicted, temporary structures erected by them were removed, and several farmers were detained. (19/03) pic.twitter.com/XoYQ52PqVw
— ANI (@ANI) March 19, 2025
बाजवा ने कहा, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने पंजाब के पूरे कृषि समुदाय की पीठ में छुरा घोंपा है. पंजाबी इसे कभी नहीं भूलेंगे और इस शर्मनाक कृत्य के लिए उन्हें कभी माफ नहीं करेंगे.
#WATCH | Security heightened at Haryana – Punjab Shambhu Border as Haryana Police remove concrete barricades erected at the border to restrict farmers' movement further from where they were sitting on a protest over various demands.
Yesterday, late in the evening, Punjab… pic.twitter.com/CqWR4Rtlyi
— ANI (@ANI) March 20, 2025
BJP ने भी आप को घेरा
जहां एक तरफ कांग्रेस ने आम आदमी पार्टी को घेरने का काम किया है. वहीं, दूसरी तरफ बीजेपी ने भी आप पर हमला किया है. बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने आरोप लगाया कि पंजाब की आप सरकार केंद्र और किसानों के बीच बातचीत को ”बर्बाद” करने की कोशिश कर रही है.
#WATCH | Haryana Police uses bulldozers to remove concrete barricades erected at Haryana – Punjab Shambhu Border to restrict farmers' movement further from where they were sitting on a protest over various demands.
Yesterday, late in the evening, Punjab police removed the… pic.twitter.com/K7QdJWpbLi
— ANI (@ANI) March 20, 2025
उन्होंने आगे कहा, किसान नेताओं पर पंजाब पुलिस के लिए गए एक्शन को जान कर वो हैरान हैं. केंद्र सरकार किसानों के मुद्दों को लेकर गंभीर है और पंजाब सरकार की अचानक कार्रवाई का मकसद बातचीत को विफल करना है. मुख्यमंत्री भगवंत मान ने किसानों को धोखा दिया है. पिछले तीन दिनों से पंजाब में डेरा डाले हुए अरविंद केजरीवाल ने किसानों के खिलाफ साजिश रची है.
हाईवे लंबे समय से बंद, इंडस्ट्री-बिजनेस बुरी तरह प्रभावित: हरपाल चीमा
पंजाब के वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने किसानों के धरना स्थल को खाली कराने को उचित ठहराया. उन्होंने कहा कि राज्य की जीवनरेखा माने जाने वाले दो हाईवे लंबे समय से बंद हैं, जिसकी वजह से इंडस्ट्री और कारोबार बुरी तरह प्रभावित हुए हैं. आम आदमी पार्टी युवाओं के लिए रोजगार तैयार करने के लिए प्रतिबद्ध है. अगर कारोबारी और इंडस्ट्री सही तरीके से चलते हैं तो उन्हें रोजगार मिलेगा. चीमा ने कहा कि पंजाब सरकार किसानों की जायज मांगों को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने जोर दिया कि AAP के मंत्री किसानों की चिंताओं को केंद्र सरकार के समक्ष रखने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं. हम किसान नेताओं से आग्रह करते हैं कि वे पंजाब के विकास को न रोकते हुए केंद्र सरकार के खिलाफ अपना संघर्ष जारी रखें. हम आज भी किसानों के साथ खड़े हुए हैं, जैसा कि हम हमेशा से रहे हैं और आगे भी उनके साथ मिलकर लड़ते रहेंगे.