समृद्धि न्यूज़ अयोध्या।भूतपूर्व सैनिकों के साथ काम करने में बेहद सुखद अनुभूति होती है। सिविल सोसायटी से कटने के बाद पुनः आम आदमी के साथ मिलकर जनकल्याण के संकल्प के साथ सबका साथ सबका विकास के आधार पर काम करना भूतपूर्व सैनिकों की अनोखी पहल है।उक्त विचार कैप्टन शम्भू नाथ तिवारी स्मृति सभागार एवं मूर्ति अनावरण के अवसर पर आयोजित समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए लखनऊ ए.एम.सी के ब्रिगेडियर प्रदीप श्रीवास्तव ने व्यक्त किया।
जनपद मुख्यालय से 50 किलोमीटर दूर पूरे दला खांडसा में भूतपूर्व सैनिक कल्याण भवन व स्वर्गीय कैप्टन शंभू नाथ तिवारी की प्रतिमा अनावरण समारोह में सैकड़ो की संख्या में भूतपूर्व सैनिक मौजूद रहे।समारोह में विशिष्ट अतिथि के रूप में बोलते हुई जिला सैनिक कल्याण अधिकारी करनाल संजीव कुमार ने कहा कि आज हम जिस सभागार व मूर्ति अनावरण के लिए यहां इकट्ठा हुए हैं,इसकी परिकल्पना भूतपूर्व सैनिक कैप्टन राजेश तिवारी ने आज से 12 वर्ष पूर्व की थी।भूतपूर्व सैनिकों के सहयोग से अब से दो वर्ष पूर्व इसका भूमि पूजन मेरे ही हाथों से हुआ था।आज जब यह सपना मुर्त रूप ले रहा है तो हम अपने अंदर इतने अभिभूत हैं कि अपनी बात को व्यक्त नहीं कर सकते। उन्होंने कहा कि एक सैनिक जो अपने जीवन के महत्वपूर्ण दिनों में देश की सेवा में रहता है,वह समाज से कट जाता है और समाज में आकर सिविल सोसाइटी में पुन स्थापित होने के लिए उसे आम आदमी से मिलकर कार्य करना होता है।समारोह की अध्यक्षता कर रहे कैप्टन राजेश तिवारी ने आए हुए अतिथियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह भवन आम लोगों व प्रशासनिक कार्यों के लिए प्रयोग किया जा सकता है।इस भवन में सभी आधुनिक सुख सुविधाओं की व्यवस्था की गई है।समारोह में शैलेश तिवारी,श्री राम कथा वाचक हरिओम तिवारी,कैप्टन मनोज तिवारी,अमानीगंज विकासखंड की ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि पवन सिंह,अखंड प्रताप पांडेय व बड़ी संख्या में भूतपूर्व सैनिक व सीमा पर शहीद सैनिकों की विधवा वीरांगनाएं मौजूद रही। भूतपूर्व सैनिकों की विधवा वीरांगनाओं द्वारा उनको हो रही समस्याओं को लेकर जिला सैनिक कल्याण अधिकारी को तमाम प्रार्थना पत्र भी सौंपा गया जिस पर उन्होंने इसके जल्द समाधान का आश्वासन दिया है।