फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। श्वांस लेने में परेशानी के चलते लोहिया अस्पताल में लाये गये केंद्रीय कारागार के आजीवन सजा काट रहे वृद्ध कैदी को चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया।
जानकारी के अनुसार जनपद कानपुर नगर के ब्लाक किदवई नगर निवासी 77 वर्षीय रामजीवन व उसके पुत्र देवराज को दहेज हत्या आदि मामले में अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश कानपुर नगर से आजीवन कारावास की सजा 25 अगस्त 2021 को हुई थी। बीते 25 नवंबर 2022 को जिला कारागार कानपुर नगर से केंद्रीय कारागार भेजा गया था। रामजीवन का पुत्र बंदी देवराज जिला कारागार में राइटर का कार्य करता है। बीते 22 जून 2023 से उसका उपचार लोहिया अस्पताल में चल रहा था। 3 जुलाई को भी उसे इलाज के लिए लोहिया अस्पताल भेजा गया था। 3 जुलाई से 7 जुलाई तक बंदी रामजीवन लोहिया अस्पताल में भर्ती रहा। बीते 3 सितम्बर को पुन: उपचार के लिए लोहिया अस्पताल लाया गया। जहाँ से उसे मेडिकल कालेज कानपुर रेफर किया गया और वहां वह 14 सितम्बर तक भर्ती रहा। शनिवार को बंदी रामजीवन का को श्वांस लेने में तकलीफ के चलते लोहिया अस्पताल भेजा गया। शनिवार को सुबह 6.37 बजे बंदी रामजीवन को लेकर बंदी रक्षक रशी कुमार व राम प्रवेश लोहिया अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया। बताते चलें कि बीते दिन दौरे पर आये पुलिस महानिदेशक कारागार एसएन साबत नें वृद्ध बंदी रामजीवन को बीमार देखकर उसे भरोसा दिया था कि वह उसकी रिहाई जल्द करायेंगे। वृद्ध 77 साल का होने के साथ ही गंभीर बीमार से पीडि़त था, लेकिन उसके अगले ही दिन बंदी रामजीवन की मौत हो गयी।