शमशाबाद, समृद्धि न्यूज। खेत में भरे बरसात के पानी को निकाले जाने को लेकर दो पक्षों के मध्य हुए विवाद में गंभीर रूप से घायल पूर्व प्रधान की कानपुर में इलाज के दौरान मौत हो गयी। सूचना मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया। जानकारी के अनुसार शमशाबाद थाना क्षेत्र के ग्राम पहाड़पुर बैरागर निवासी पूर्व प्रधान रक्षपाल पुत्र रामसनेही का गांव के ही ब्रह्मानंद से खेत में भरे बरसात के पानी जिसे निकाले जाने को लेकर विवाद हो गया था। बताया गया है पीडि़त किसान का खेत ब्रह्मानंद के खेत के निकट लगा हुआ है। बरसात का पानी जो पीडि़त के खेत में भर रहा था। जिसे पीडि़त निकालने का प्रयास कर रहा था। आरोप है ब्रह्मानंद ने अपने खेत की मेड़ को ऊंचा कर दिया था। जिससे पानी नहीं निकल पा रहा था, जबकि पीडि़त पानी को निकाल रहा था। उसी दौरान आरोपी से विवाद हो गया। विवाद इतना बढ़ा कि ब्रह्मानंद, सदानंद पुत्रगण सुखलाल तथा पवन पुत्र ब्रह्मानंद आदि लोगों ने गाली- गलौज किया। विरोध करने पर आरोपियों ने लाठी-डंडों तथा फावड़े से सिर में प्रहार कर दिया। जिससे पूर्व प्रधान गंभीर रूप से घायल हो गया। घटना 9 सितंबर दोपहर 12 बजे की है। गंभीर रूप से घायल पूर्व ग्राम प्रधान को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शमशाबाद लाया गया। जहां चिकित्सकों ने लोहिया अस्पताल रेफर कर दिया गया था। जहां भी हालत गम्भीर होने पर उसे जनपद के एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां उसका उपचार चल रहा था। जब यहां हालत बिगड़ी तो परिवार के लोगों ने कानपुर के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां बीते दिवस की शाम उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। उधर मौत की सूचना मिलते ही घर में कोहराम मच गया। पीडि़त द्वारा आरोपियों के खिलाफ शमशाबाद थाना पुलिस को तहरीर दी गई थी। जिसमें लाठी-डंडों तथा फावड़े से गंभीर रूप से घायल कर देने का उल्लेख किया गया था, लेकिन शमशाबाद थाना पुलिस द्वारा उक्त मामले को गंभीरता से ना लेकर मामूली धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया था। परिणाम जिंदगी और मौत से संघर्ष करने वाले पूर्व ग्राम प्रधान की आखिरकार दर्दनाक मौत हो गई। जब इस मामले की जानकारी शमसाबाद पुलिस से की गई तो पुलिस का कहना था आरोपियों में कुछ लोगों के खिलाफ शांतिभंग की कार्रवाई की गई थी। ————————————-