फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय जटवारा जदीद अंगूरी बाग सेवा केंद्र द्वारा रतन कोल्ड स्टोर कादरी गेट में श्रीमद् ज्ञान कथा सुंदर ज्ञान अमृत की वर्षा की राज योगिनी ब्रह्माकुमारी दीपा दीदी ने कहा परमात्मा का अवतरण ब्रह्मा के तन द्वारा इस धरा पर होता है। उन्होंने कहा कि शिव ने हमें सब कुछ दिया है पर हम उन्हें ही भूल गये है। हमारी सच्ची प्रीत उस परमात्मा से होनी चाहिए। प्रभु पिता के हम बच्चे हैं, यही हमारी फरियाद है। जैसा की यज्ञ के प्रारंभ में चार सौ भाई बहनों ने घोर तपस्या की। जिसका परिणाम हुआ कि आज सारे विश्व में यह ज्ञान गंगा ब्रह्मा कुमारी द्वारा बह रही है। हमकों मनुष्य से देवता नरक से स्वर्ग बनाने वाला परमात्मा है।
कन्हैया जैसा बनने के लिए संगम युग पर सभी को पुरुषार्थ करना है। मां सरस्वती धर्म की पुत्री है ब्रह्मा का जन्म विष्णु की नाभि से हुआ। जिन्होंने नारायण को ही अपना लक्ष्य अर्थात इष्ट देव बनाया। कृष्णा और गोपियों का महारास चंद्रमा जो संपूर्ण कला में खिला हुआ था, तब किया गया, सारी सखियां ईश्वर के प्रेम रस में डूबी हुई है। यही महारास है, मैंने मोहन से क्यों दिल लगाया है। भजन पर लाडली जानवी ने सुंदर झांकी प्रस्तुत की।
राधा कृष्ण के रिंग सेरेमनी रुक्मणी विवाह लक्ष्मी नारायण की ताजपोशी के सुंदर दृश्य का झलकियां के द्वारा वर्णन दिखाया गया है। राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी मंजू दीदी बीवीगंज ने कहा हमें अपने जीवन को सद्गुणों से श्रेष्ठ बनाना है। राज योगिनी ब्रह्माकुमारी शोभा दीदी ने कहा नारी की निंदा नहीं करनी चाहिए, नारी से ही नारायण का जन्म होता है। रामकृष्ण का जन्म होता है। कृष्ण पक्ष और राधा पक्ष के बरातियों को पंडाल में बारात के जैसी व्यवस्था की और पंडाल में विवाह की रश्मि अदा की गई। सभी अतिथियों को प्रतीक चिन्ह प्रसाद आदि देकर के सम्मानित किया। राज योगिनी दीपा दीदी को डा0 आशुतोष चतुर्वेदी, नूपुर, सुमित चतुर्वेदी, करतार सिंह, पीयूष राजपूत ने शाल व पुष्माला से स्वागत किया। ब्रह्मा कुमार हरि भाई ने दिव्या गुना की कार्यशाला एवं तनाव मुक्त जीवन पर विचार व्यक्त किया। अतिथि मधु बहन, कौशल्या, प्रीति बहन, लता दीदी, मुरली, सत्येंद्र, अरविंद, निलेश, कृष्ण की बारात बारात शोभा यात्रा कादरी गेट पंडाल से गंगानगर में धूमधाम से निकली गई। सुरक्षा की दृष्टि से कादरीगेट थाना अध्यक्ष प्रभारी एवं सिपाही मौजूद रहे। राधा-कृष्ण, लक्ष्मी नारायण के स्वरूपों को पीहू, आकांक्षा, साक्षी, पिंकी, खुशी, सुधा, ज्योति निराली ने पाठ निभाया। रजत ने शंकर, अमन ने गौरा का सुंदर रूप धारण कर झांकी के द्वारा भक्तों का मन मोह लिया। संचालन ब्रह्मा कुमार, नीलेश ने किया। कार्यक्रम में अंगद, आनंद मिश्रा, रवि सिंह, उमाशंकर, सत्येंद्र, अजीत, दीनदयाल, उर्मिला, मधु, राधा, अंजलि, सुनील, हेमचंद्र, गंगा सिंह, सुआलाल मिश्रा, पूनम, गीता, एकता, खुशबू, जगदीश आदि भक्त मौजूद रहे।