स्व0 प्रभा द्विवेदी की स्मृति में हुई काव्य गोष्ठी

दी गई श्रद्धांजलि
फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज।
पूर्व मंत्री स्व0 प्रभा द्विवेदी की स्मृति में पांचाल पर्व के रूप में काव्य गोष्ठी का आयोजन कर श्रद्धांजलि दी गई।
रविवार को कार्यक्रम के संयोजक राष्ट्रीय कवि डॉ0 शिवओम अम्बर के नुन्हाई स्थित आवास पर आयोजित काव्य गोष्ठी का शुभारंभ अध्यक्ष रमेश चंद्र त्रिपाठी ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। रामशंकर अवस्थी की वाणी वंदना से शुरू हुए कार्यक्रम में युवा कवि उत्कर्ष अग्निहोत्री ने मौन मन में नमन किया। मैंने प्यास का यों शमन किया मैंने। रूप का देवता मिला जब भी, दृष्टि से आचमन किया। मैंने स्व0 ब्रह्मदत्त द्विवेदी मंजुल की पंक्तियां पढ़ीं और उनकी कविताओं का पाठ किया। कवयित्री स्मृति अग्निहोत्री ने क्या मिला प्रतिशोध से जो था चला वह भी गया, बंध गये ये केश लेकिन गोद सूनी हो गयी। द्रोपदी पर लिखी कविता पढ़ी। भारती मिश्रा ने अब डालियां जड़ों को मुँह चिढ़ाती हैं तुम हो नीचे और हम ऊपर यह बताती हैं। प्रीति तिवारी ने कहा कि ख्वाब में एक सूरत नजर आ गई आपकी जिसमें सूरत नजर आ गई जिंदगी भर आपको पूजने के लिए आपकी जरूरत नजर आ गई। अंचल सक्सेना ने कहा कि ज्ञान अंधकार में है अज्ञानता का चरम, सत्य धूमिल हो रहा असत्य का है चलन।
मधु गौड़ ने कहा कि तबियत कुछ ठीक नहीं है बैचैनी है कल से, याद तुम्हारी नहा कर आ गई आंखों वाले जल से। विधायक मेजर सुनील दत्त द्विवेदी ने आये लोगों का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर कैलाश मिश्रा, सदा नंद शुक्ल, सौरभ सारस्वत, यशवंत सिंह, शिवम पांडेय, अलका पांडेय, कविता तिवारी, बिंदु दुबे, मधुरिमा द्विवेदी, अशोक मिश्रा, निहारिका पटेल, राम मोहन शुक्ल, राम अवतार शर्मा इंदु आदि मौजूद रहे।

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