पीडि़तों से धनउगाही व सदस्यों को मानसिक उत्पीडऩ के गंभीर है आरोप
फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। बाल कल्याण समिति के सदस्य रमाकांत शर्मा की सदस्यता लगे आरोपों के आधार पर विशेष सचिव महावीर प्रसाद गौतम ने तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दी है। बाल कल्याण समिति के सदस्य के रूप में रमाकांत शर्मा को नियुक्त किया गया था। उनके द्वारा समिति की शक्तियों का दुरुपयोग करने, पीडि़त बालक-बालिकाओं के परिजनों द्वारा विभिन्न आरोप लगाए गए। जैसे माता-पिता की सुपुर्दगी की हेतु धन उगाही करना, अनावश्यक रूप से कार्यालय में सहयोगी सदस्यों को परेशान करना, धमकी देना आदि शिकायतें पीडि़त लोगों ने मौखिक व लिखित रूप से की थी। जिला प्रोबेशन अधिकारी द्वारा की गई जांच आख्या में पाया की रमाकांत शर्मा स्वयं को व्यक्तिगत रूप से मजिस्ट्रेट बताते हैं। वह अपने समकक्ष सदस्य सोमेश द्विवेदी व शिवानी मिश्रा पर मनमाने कार्यों को लेकर मानसिक दबाव बनाया जाता है। इस संबंध में दोनों सदस्यों ने लिखित शिकायत की थी। यही नहीं इससे पूर्व रमाकांत शर्मा बदायूं में संविदा पर संरक्षण अधिकारी के पद पर तैनात थे। वहां भी इसी तरीके के आरोपों के चलते तत्कालीन बदायूं जिलाधिकारी ने 8 फरवरी 2019 को संविदा समाप्त कर दी थी। इस संदर्भ में उन्होंने न्यायालय में याचिका दायर की थी, जिसे न्यायालय ने खारिज कर दिया। फर्रुखाबाद में नियुक्ति के दौरान दिए गए शपथ पत्र में रमाकांत शर्मा ने तभी तत्व छुपाए। जांच जख्या के आधार पर महिला एवं बाल कल्याण विकास विशेष सचिव महावीर प्रसाद गौतम ने तत्काल प्रभाव से उनकी संविदा समाप्त कर दी है।