भारत ने न्यूक्लियर बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि प्राइम का किया सफल परीक्षण

भारत ने न्यूक्लियर बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि प्राइम का सफल परीक्षण कर लिया है. यह परीक्षण बुधवार शाम को ओडिशा के डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम द्वीप से किया गया. यह मिसाइल अपना सटीक निशाना लगाने के लिए भी जानी जाती है और परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम है. रक्षा के क्षेत्र में एक और कामयाबी हासिल करते हुए भारत ने न्यूक्लियर बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि प्राइम का सफल परीक्षण कर लिया है. भारतीय सेना की स्ट्रैटेजिक फोर्सेस कमांड ने डीआरडीओ के साथ मिलकर नई पीढ़ी की बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि प्राइम का सफल परीक्षण किया। यह परीक्षण ओडिशा के डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम द्वीप पर कल शाम करीब सात बजे किया गया। यह मिसाइल परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम हैं। इंटीग्रेटेड गाइडेड मिसाइल डेवलेपमेंट प्रोग्राम के तहत अग्नि प्राइम मिसाइल को देश ही में विकसित किया गया है। इससे पहले बीते साल 7 जून को भी डीआरडीओ ने अग्नि प्राइम मिसाइल का सफल परीक्षण किया था। स्ट्रेटेजिक फोर्स कमांड (SFC) और डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन (DRDO) के इस जॉइंट टेस्ट में भारत ने न्यू जेनरेशन मिसाइल का प्रदर्शन किया. रक्षा मंत्रालय का कहना है, यह टेस्टिंग सभी मानकों पर खरी उतरी है. सफल परीक्षण के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने SFC, DRDO और सेना को इसके लिए बधाई दी है. अग्नि प्राइम की खास बात है कि यह अग्नि सीरीज की मिसाइलों में से बेहद घातक होने के साथ मॉडर्न और और मीडियम रेंज की बैलिस्टिक मिसाइल है.अग्नि प्राइम की रेंज 1 हजार से 2 हजार किलोमीटर है. इसे अग्नि-पी (Agni-P) के नाम से भी जाना जाता है. पिछले साल में जून में अग्नि प्राइम को लॉन्च किया गया था. पिछले साल जून में देश में ‘अग्नि प्राइम’ का नाइट टेस्टिंग की गई थी जो सफल रही थी. इसके अलावा अप्रैल में ओडिशा की खाड़ी में एक जहाज से इंटरसेप्टर मिसाइल का पहला उड़ान परीक्षण सफलतापूर्वक किया था. यह बैलिस्टिक मिसाइल डिफेंस प्रोग्राम का हिस्सा था.इस प्रोग्राम का लक्ष्य था कि समुद्र से लॉन्च होने वाली मिसाइल कैसे अपने लक्ष्य को निशाना बना सकती है. यह मिसाइल अपना सटीक निशाना लगाने के लिए भी जानी जाती है और परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम है. यह अग्नि सीरीज की सबसे नई और छठी मिसाइल है. 11 हजार किलो वजन वाली अग्नि प्राइम को इंटीग्रेटेड गाइडेड मिसाइल डेवलपमेंट प्रोग्राम के तहत डेवलप किया गया है.
रक्षा मंत्रालय का कहना है, टेस्टिंग के दौरान सेंसर लगाए गए थे ताकि इससे जुड़ा डाटा इकट्ठा किया जा सके.टेस्टिंग के दौरान अग्नि प्राइम अपने सभी मानकों पर खरी उतरी है. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि अग्नि प्राइम मिसाइल के सफल परीक्षण से सुरक्षा बलों को मजबूती मिलेगी. सीडीएस जनरल अनिल चौहान और DRDO चेयरमैन समीर वी कामत ने भी अग्नि प्राइम मिसाइल के सफल परीक्षण पर बधाई दी है. New Generation Ballistic Missile Agni-Prime successfully flight-tested by Strategic Forces Command & DRDO off the Odisha coast

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