इस साल जून और सितंबर के बीच भारत में सामान्य मानसून रहने की उम्मीद है। देश में 868.6 मिमी की लंबी अवधि के औसत (एलपीए) का 102 प्रतिशत बारिश होने की उम्मीद है। रिपोर्ट के अनुसार जून से सितंबर तक मध्य और पश्चिमी भागों में सामान्य से अधिक बारिश होगी। उत्तरी और दक्षिणी हिस्सों में सामान्य बारिश होगी और उत्तर-पूर्व भारत और पूर्वी हिस्सों में सामान्य से कम बारिश होगी।
देश में भीषण गर्मी की शुरुआत के बीच मानसून को लेकर एक बड़ी खबर सामने आई हैं। निजी मौसम पूर्वानुमान एजेंसी स्काईमेट वेदर ने इस साल भारत में जून से सितंबर तक सामान्य या औसत मानसून रहने की भविष्यवाणी की है। महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश में पर्याप्त वर्षा होने की संभावना जताई है। जबकि बिहार और पश्चिम बंगाल में जुलाई और अगस्त में बारिश की कमी का सामना करना पड़ सकता है। मौसम एजेंसी ने भारत के दक्षिण, पश्चिम और उत्तर-पश्चिमी क्षेत्रों में अच्छी बारिश की भविष्यवाणी की है। निजी मौसम एजेंसी ने अपनी एक रिपोर्ट में बताया कि राजस्थान, मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, उत्तराखंड, गोवा, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, पुडुचेरी, दादर एवं नगर हवेली और दमन एवं दीव, लक्षद्वीप में बहुत अच्छी बारिश का अनुमान है।
हालांकि असम, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, त्रिपुरा और सिक्किम में जून और जुलाई के दौरान सामान्य से कम बारिश की संभावना हैं। इसके बाद सामान्य बारिश के आसार हैं। इसी तरह जुलाई और अगस्त में बिहार, झारखंड, ओडिशा और पश्चिम बंगाल में कम बारिश संभव है। जबकि इस अवधि के बाद सामान्य बारिश का अनुमान है। अनुसार, इस साल जून और सितंबर के बीच भारत में सामान्य मानसून रहने की उम्मीद है। देश में 868.6 मिमी की लंबी अवधि के औसत (एलपीए) का 102 प्रतिशत बारिश होने की उम्मीद है। रिपोर्ट के अनुसार, जून से सितंबर तक मध्य और पश्चिमी भागों में सामान्य से अधिक बारिश होगी। उत्तरी और दक्षिणी हिस्सों में सामान्य बारिश होगी और उत्तर-पूर्व भारत और पूर्वी हिस्सों में सामान्य से कम बारिश होगी।