साहित्य है पावन गंगा तो थीं गंगाजली महादेवी

फर्रुखाबाद समृद्धि न्यूज़। फर्रुखाबाद में जन्मी छायावाद की प्रसिद्ध कवयित्री महीयसी महादेवी वर्मा जी की जयंती के उपलक्ष्य में महादेवी स्मृति पीठ के बैनर तले सरस काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया ।
मंगलवार को शहर के नुनहाई मोहल्ले में देश के प्रसिद्ध कवि डॉक्टर शिवओम के आवास पर काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया ।
कार्यक्रम में वरिष्ठ कवि डॉक्टर संतोष पाण्डेय ने कहा ‘हाथ कुदरत के हमें जादू सा दिखाने लगे, खुशबुओं के ख़त हवा के नाम फिर आने लगे । संचालन कर रहे डॉक्टर शिवओम अम्बर ने कहा महादेवी वर्मा जी का जन्म हमारे नगर में हुआ यह गौरव की बात है उनका जन्म होली की फाल्गुनी पूर्णिमा हुआ था इसलिए हम साहितकार जन आज ही के दिन उनका जन्म दिवस मनाकर उन्हे याद करते हैं उन्होंने ‘मंच पर हों सफल समाद्रत पर,हाट-बाजार में विफल हैं हम,आग की झील में खिले यारों,शब्द के शतदली कमल हैं हम रचना पढ़ी । कवयित्री गीता भारद्वाज ने कहा’ था बरदहस्त मां वाणी का मन की पीड़ा को लिख पाईं,
साहित्य है पावन गंगा तो थीं गंगाजली महादेवी । कवि ब्रजकिशोर सिंह किशोर ने कहा कृपा की थी,कृपा की हैं कृपा करते रहोगे तुम, मुझे मालूम है रीता घड़ा भरते रहोगे तुम।
उत्कर्ष अग्निहोत्री ने ‘हाथ हाथ में क्या लिए, सुर्ख हो गए गाल,जिसके आगे पड़ गए फीके रंग गुलाल दोहा पढ़ा ।
भूपेंद प्रताप सिंह ने कहा मस्जिद की सीढ़ीया हो या मंदिर का अहाता, पर वहां आने जाने वालों के चहरे का सुकून कर देता हैं मुझे शांत और निश्छल रचना पढ़ी । सृजन त्रिवेदी ने कहा
ने ‘अगर टूटे कोई सपना बहुत तकलीफ होती है गमों में भी पड़े हंसना बहुत तकलीफ होती है।
डॉक्टर रेजीना सहर जख्म ही जख्म गम ही गम, हरसूं। प्यार इन सब पर लूटा लूं तो चलूं ।
,उपकार मणि दोष तो दूर हमने किए ही नहीं, फिर ये होली मानने से क्या फायदा गज़ल पढ़ी।दिलीप कश्यप ने कहा ‘भारती की आरती उतारने हेतु सदा, वीर पुत्र भाल लक्ष्य पर फेंकते रहे । राजेश हजेला ने सपनों से जुड़ जाओ मुस्काओं मीत, अधरों पर थिरके फिर फागुन के गीत। शिवम पाण्डेय ने ‘ गगन का मेहा,बनकर उडूं ऊंचा,किन्तु पहले पवन में बहुं कैसे।
विशाल श्रीवास्तव विशाल श्रीवासत्व ने कहा ‘भूख मिटाना काम हमारे आलू का, मिलता क्यों नहीं दाम हमारे आलू का पंक्तियां पढ़ी।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे वरिष्ठ समाज सेवी अरुण प्रकाश तिवारी ददुआ को संस्था द्वारा सारस्वत सम्मान देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर पांचाल-प्रवाह साहित्यिकपत्रिका द्वारा महादेवी वर्मा विशेषांक का लोकार्पण किया गया ।
राजन महेश्वरी ने नव रचनाकारों को आशीर्वाद सृजन करते रहने की शुभकामनाएं दी ।
अध्यक्ष राजीव मिश्रा और महामंत्री उत्कर्ष अग्निहोत्री ने सभी रचनाकारों को सम्मानित किया । इस अवसर पर सुनील अवस्थी,रविंद्र भदौरिया, संजय गर्ग,अलका पाण्डेय, अनुपमा शर्मा, सलोनी,अग्रवाल, तान्या तिवारी, कमला तिवारी, जानवी अग्रवाल पीयूष मिश्रा सहित दर्जनों लोग उपस्थि रहे ।

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