विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने चेतावनी दी है कि मौसमी फ्लू सिर्फ सर्दियों में होने वाली परेशानी नहीं है. हर साल फ्लू दुनिया भर में अनुमानित 1 अरब लोगों को प्रभावित करता है, जिनमें से लाखों लोग गंभीर जटिलताओं से पीड़ित होते हैं. इससे भी बुरी बात यह है कि यह हर साल सैकड़ों-हजारों लोगों की जान ले लेता है. डब्ल्यूएचओ नए फ्लू स्ट्रेन के खतरों पर जोर देता है, जिसके लिए लोगों में कोई प्रतिरक्षा नहीं है और हमसे इन्फ्लूएंजा को गंभीरता से लेने का आग्रह करता है.
कोरोना से 100 गुना ज्यादा हो सकता है खतरनाक?
फार्मास्युटिकल कंपनी के सलाहकार जॉन फुल्टन ने पहले एक बयान में कहा था, ‘ऐसा प्रतीत होता है कि यह कोविड से 100 गुना अधिक खराब है. या यह तब ज्यादा खतरनाक हो सकता है, जब म्यूटेट हो और उच्च मृत्यु दर बनाए रखे. हम इसकी उम्मीद कर सकते हैं कि यह जब एक बार मनुष्यों को संक्रमित करने के लिए म्यूटेट हो जाता है तो मृत्यु दर कम हो जाए. WHO के रिकॉर्ड के अनुसार, डेटा इस बात पर प्रकाश डालता है कि 2003 के बाद से H5N1 वायरस से संक्रमित प्रत्येक 100 रोगियों में से 52 की मृत्यु हो गई है, जिसके परिणामस्वरूप मृत्यु दर 50 प्रतिशत से अधिक हो गई है. यह दर वर्तमान कोविड-19 मृत्यु दर से तुलनात्मक रूप से बहुत अधिक है. कोविड-19 से होने वाली मौत का आंकड़ा 0.1 प्रतिशत है.