दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में चल रहे भ्रष्टाचार के हैरान कर देने वाले खेल का खुलासा हुआ है. प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से मरीजों से वसूली की जा रही थी. इस मामले में केंद्रीय जांच एजेंसी (सीबीआई) ने 2 डॉक्टरों समेत 9 लोगों को गिरफ्तार किया है. डॉक्टर मेडिकल उपकरणों की आपूर्ति के बदले कैश ही नहीं यूपीआई के जरिए भी रिश्वत ले रहे थे. सूत्रों ने बताया कि कार्डियोलॉजी विभाग के डॉक्टर पर्वतगौड़ा और इसी विभाग के डॉक्टर अजय राज खुलेआम रिश्वत की मांग कर रहे हैं. ये लोग आवश्यक उपकरणों की आपूर्ति करने वाली कंपनियों के प्रतिनिधियों के माध्यम से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से मरीजों से वसूली कर रहे थे. नागपाल टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड के मालिक नरेश नागपाल अस्पतालों में उपकरणों की आपूर्ति करते हैं। इसी महीने 2 मई को पर्वतगौड़ा ने नागपाल से उपकरणों की सप्लाई के बदले रिश्वत मांगी, नरेश नागपाल ने मांगी गई रिश्वत का पिछले महीने का बकाया चुकाने के लिए आश्वासन दिया। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि रिश्वत 7 मई को आरएमएल अस्पताल पहुंचा दी जाएगी।