राजकोट में गेमिंग सेंटर में आग: 28 लोगों की मौत

गेम जोन मालिक-प्रबंधक हिरासत

राजकोट अग्निकांड की जांच के लिए गठित एसआईटी प्रमुख सुभाष त्रिवेदी ने गृह मंत्री के साथ बैठक के बाद कहा, हादसा बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। एसआईटी, किस विभाग ने क्या-क्या किया, इसकी पूरी गहन जांच करेगी। हादसे के लिए कौन जिम्मेदार है, क्या-क्या गलतियां हुई हैं, ऐसे तमाम सवालों पर मंथन कर जांच होगी। इस अग्निकांड में 28 लोगों की मौत हो गई है. इनमें कई बच्चे भी शामिल हैं. कई लोग झुलसे भी हैं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इस हादसे को लेकर कई ऐसे सवाल हैं जो कि पुलिस प्रशासन, नगर निगम और फायर ब्रिगेड को कटघरे में खड़ा कर रहे हैं.

लोहे के खंभे, टीन शेड और छोटी-छोटी दीवारें… टीआरपी गेमजोन में बस यही बचा है. बाकी सब राख हो गया है. गुजरात के राजकोट में शनिवार को अग्निकांड में 28 लोगों की मौत हो गई, जिनमें 12 बच्चें भी शामिल हैं. देर रात तक फायर ब्रिगेड की टीम आग बुझाने में जुटी रहीं. अधिकारियों के मुताबिक, आग पर काबू पा लिया गया है. गुजरात के राजकोट शहर में टीआरपी गेम जोन में लगी भीषण आग के कारण चार बच्चों समेत 28 लोगों की मौत हो गई। गृह मंत्री हर्ष सांघवी ने देर रात घटनास्थल का दौरा कर हादसे के बारे में जानकारी ली। उन्होंने बताया कि एक शख्स लापता है। वहीं, राजकोट पुलिस ने बताया कि हादसे के बाद ‘गेम जोन’ के मालिक और प्रबंधक को हिरासत में लिया गया है। सरकार ने मामले की जांच के लिए विशेष जांच दल का गठन किया है।

इस हादसे की जांच के लिए राज्य सरकार की ओर से पांच सदस्यीय विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है. सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) राधिका भराई के मुताबिक, अधिकतर शव पूरी तरह से झुलस गए हैं, जिनकी पहचान करना मुश्किल है. राज्य सरकार मृतकों के परिजनों को 4 लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये का मुआवजा देगी. राजकोट कलेक्टर प्रभाव जोशी के मुताबिक, ‘फायर कंट्रोल रूम को शनिवार शाम 4:30 बजे गेमजोन में आग लगने की सूचना मिली. आग बुझाने के लिए दमकल की गाड़ी और एम्बुलेंस तत्काल मौके पर भेजी गई. गेमजोन से जो बचकर बाहर निकले, उनमें से एक ने बताया कि टीआरपी गेमजोन में शनिवार को सबकुछ ठीक था. बच्चे गेम में मशगूल थे, तभी अचानक धमाका हुआ. किसी को भी कुछ समझ नहीं आया. पल भर में आग गेमजोन में चारों ओर फैल गई. काले धुएं का गुबार एक किमी दूर तक दिखाई दिया. शनिवार शाम राजकोट के टीआरपी ‘गेम जोन’ में भीषण आग लगने से 12 साल की कम आयु के चार बच्चों समेत कुल 28 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। राजकोट में सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) राधिका भराई ने कहा, 28 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। शव पूरी तरह से जल चुके हैं। ऐसे में उनकी पहचान करना मुश्किल है। एसीपी विनायक पटेल ने बताया कि मृतकों में 12 साल से कम उम्र के कम से कम चार बच्चे शामिल हैं। पुलिस के मुताबिक स्कूलों में छुट्टी होने के कारण टीआरपी गेम जोन में बड़ी संख्या में बच्चे अपने अभिभावकों के साथ मस्ती करने पहुंचे थे।

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