मोहम्मदाबाद, समृद्धि न्यूज। कस्बा मोहम्मदाबाद में बेवर रोड पर स्थित ईदगाह में ईद उल अजहा की नमाज़ पढ़ाई गई, सुबह लगभग 8 बजे मस्जिद के इमाम नुरुल हसन साहब किबला ने ईद उल अजहा की नमाज़ पढ़ाई और साथ ही बताया कि कुर्बानी क्यों दी जाती है, ईद-उल-अजहा हजरत इब्राहिम की कुर्बानी की याद में मनाया जाता है. इस दिन इस्लाम धर्म के लोग किसी जानवर की कुर्बानी देते हैं. इस्लाम में सिर्फ हलाल के तरीके से कमाए हुए पैसों से ही कुर्बानी जायज मानी जाती है. कुर्बानी का गोश्त अकेले अपने परिवार के लिए नहीं रख सकता है। मुस्लिमों के सबसे बड़े त्योहारों में से एक बकरीद को लेकर देशभर में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है. इस्लामिक कैलेंडर के मुताबिक, 12वें महीने की 10 तारीख को बकरीद का त्योहार मनाए जाने की परंपरा है. यह पर्व रमजान खत्म होने के 70 दिन बाद आता है. मस्जिद कमेठी से मौजूद रहे नूर अहमद, अकबर मंसूरी, उमर खान, मोहम्मद इस्लाम, मोहम्मद उस्सान, रफीक अहमद आदि मौजूद रहे, मौके पर कोतवाली प्रभारी मनोज भाटी, अपराध निरक्षक निर्भय सिंह, कस्बा इंचार्च महेंद्र सिंह थाना पुलिस के साथ मौजूद रहे।