फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। केंद्रीय कारागार में चल रहे योगाभ्यास शिविर के चतुर्थ दिवस पर बंदियों ने सूर्य नमस्कार, प्राणायाम, भस्त्रिका आदि आसनों का अभयास किया। आर्ट ऑफ लिविंग संस्था से योग शिक्षक रामकृपाल मिश्र ने बताया कि योग कोई विचारधारा नहीं, बल्कि विशान है। इससे मनुष्य के शरीर की चेतना जागृत होती है। एक योग एक व्यवहारिक और वैज्ञानिक तरीका है। जो चरणबद्ध तरीके से मनुष्य की चेतना को जागृत कर मन को अलौकिक ऊर्जा से भर देता है। इस मौके पर जेलर करुणेन्द्र यादव, डिप्टी जेलर मोतीलाल, डा0 पुनीत पाण्डेय आदि मौजूद रहे।