कल्लाकुरिची में जहरीली शराब पीने से 35 लोगों की मौत हो गई है और 60 लोगों की हालत नाजुक बताई जा रही है। इस मामले में तमिनलाडु सरकार सख्त एक्शन ले रही है। उन्होंने कहा है इसे रोकने में विफल रहने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी गई है। साथ ही इस अपराध में शामिल लोगों को गिरफ्तार भी कर लिया गया है।
तमिनलाडु गुरुवार को बताया कि कल्लाकुरुचि जिले में मेथनॉल मिश्रित अवैध देशी शराब पीने से अब तक 35 लोगों की जान जा चुकी है। मुख्यमंत्री स्टालिन ने अधिकारियों को इस मामले की जांच करने के लिए मद्रास उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश बी गोकुलदास के नेतृत्व में एक सदस्यीय आयोग गठित करने का भी निर्देश दिया। यह आयोग अवैध देशी शराब पीने से हुई मौत के कारणों की जांच करेगा। साथ ही ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए उठाए जाने वाले कदमों को लेकर सरकार से सिफारिशें करेगा। मुख्यमंत्री ने बताया कि जहरीली शराब की बिक्री करने के आरोप में चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने अवैध देशी शराब पीने से जान गंवाने वाले 35 लोगों के परिवारों को 10-10 लाख रुपए की आर्थिक मदद देने का ऐलान किया है। इसके अलावा, उन्होंने अस्पतालों में इलाज करा रहे लोगों को 50,000 रुपए की सहायता देने की भी घोषणा की है। मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने कहा कि राज्य के गृह सचिव और पुलिस महानिदेशक इस मामले की जांच करने के बाद एक रिपोर्ट भी पेश करेंगे। जिला कलक्टर प्रशांत ने कल्लाकुरिचि में बताया कि अवैध देशी शराब पीने से 100 से अधिक लोग बीमार हैं और उनका विभिन्न अस्पतालों में इलाज जारी है। तमिलनाडु के राज्यमंत्री ईवी.वेलु ने बताया कि पीडि़तों में दो महिलाएं और एक ट्रांसजेंडर भी शामिल है। जिला कलक्टर प्रशांत ने बताया कि हालात से निपटने के लिए निकटवर्ती सरकारी मेडिकल कॉलेजों के विशेषज्ञों सहित पर्याप्त संख्या में चिकित्सकों को सेवा में लगाय़ा गया है। इसके अलावा जीवन रक्षक प्रणाली वाली कई एम्बुलेंस भी वहां मौजूद हैं।