जब गौरीकुंड- केदारनाथ पैदल मार्ग चीरबासा के पास पहाड़ी से अचानक भारी मलबा और बोल्डर आ गए। पहाड़ी से अचानक भारी मात्रा में मलबा और बोल्डर यात्रियों पर माैत बनकर गिर पड़े। हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस और एसडीआरएफ टीम मौके पर पहुंची। जहा शव इधर-इधर बिखरे हुए थे।
उत्तराखंड में रविवार सुबह एक बड़ा हादसा हुआ. जहां पहाड़ी से गिरे मलबे के नीचे दबने से तीन तीर्थयात्रियों की मौत हो गई है. घटना केदारनाथ पैदल मार्ग की है. जहां ये हादसा हुआ है.बता दें कि केदारनाथ पैदल मार्ग पर चिरबासा के पास पहाड़ी से मलबा गिरने के बाद ये हादसा हुआ है. जिसमे तीन तीर्थ यात्रियों की दर्दनाक मौत हुई है. जानकारी के अनुसार घटना सुबह साढ़े सात बजे की बताई जा रही है. इस घटना को लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दुख जताया है मारने वालो के परिवारों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त की है. जबकि पांच अभी भी जिंदगी और माैत की जंग लड़ रहे हैं। केदारनाथ में 16 किमी लंबे गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग पर पल-पल भूस्खलन का खतरा रहता है। चीरबासा भूस्खलन जोन है, जहां प्रत्येक बरसात में पहाड़ी से पत्थर गिरने से दुर्घटनाएं होती रहती हैंरविवार को भी बारिश के बाद यहां भूस्खलन हो गया। घटना सुबह साढ़े सात बजे की बताई जा रही है। हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची।
मृतकों की पहचान किशोर अरुण पराटे(31), नागपुर महाराष्ट्र, सुनील महादेव काले(24 ) जालना महाराष्ट्र, अनुराग बिष्ट, तिलवाड़ा रुद्रप्रयाग के रूप में हुई है।