*फोड़े का इलाज कराने आयी मासूम बच्ची की मौत
कमालगंज, समृद्धि न्यूज। मौत की दवायें लेकर कस्बे की गली-कूंचोंं में बैठे झोलाछाप डाक्टर हर रोज किसी न किसी की जान का दुश्मन बन रहे है। कभी किसी अस्पताल में गर्भवती की मौत हो जाती है तो कभी नन्हा मासूम घर वालों को रोता छोड़कर मौत के आगोस में समा जाता है। तमाम केस हो जाने के बावजूद भी स्वास्थ्य विभाग आंखे बंद किये कुंभकरणी नींद में सो रहा है।
थाना क्षेत्र के रजीपुर के निकट बने एक प्राइवेट हॉस्पिटल में रामपुर माझ गांव निवासी महिला अपनी सात वर्षीय बच्ची को फोड़े की दवाई लेने आयी थी। मौके पर मौजूद चिकित्सक ने बच्ची का इलाज किया। इलाज के दौरान बच्ची की हालत बिगड़ गयी। चिकित्सक ने उसे रेफर कर दिया। परिजन उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जा रहे थे, तभी रास्ते में उसकी मौत हो गई।