सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सोश्ल मेसेजिंग प्लेटफॉर्म व्हाट्सऐप को लेकर बड़ी जानकारी दी है. उन्होंने बताया है कि मेटा ने भारत में अपनी व्हाट्सऐप की सर्विस बंद करने को लेकर सरकार को कोई भी जानकारी नहीं दी है. आईटी मिनिस्टर का ये बयान कांग्रेस नेता विवेक तन्खा के द्वारा पूछे गए सवाल पर सामने आया है. कांग्रेस नेता ने पूछा था कि क्या वॉट्सऐप यूजर्स की डिटेल साझा करने के सरकार के निर्देशों को न मानने के कारण भारत में अपनी सर्विस बंद करने की योजना बना रहा है. याद दिला दें कि इस साल की शुरुआत में व्हाट्सऐप ने दिल्ली हाई कोर्ट को चेतावनी दी थी कि अगर कंपनी को मैसेजों के एन्क्रिप्शन को तोड़ने के लिए मजबूर किया गया तो वो भारत में काम करना बंद कर देगा. इसी बयान के बाद से भारत में व्हाट्सऐप यूजर्स टेंशन में थे. मेटा ने सीधे तौर पर भारत के नए आईटी नियमों को चुनौती दी था. मेटा की तरफ से कहा गया था कि ये नियम गोपनीयता के अधिकार का उल्लंघन करते हैं. आईटी मंत्री ने इस बात को स्पष्ट किया है कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से संबंधित सरकार के निर्देश राष्ट्रीय सुरक्षा और सार्वजनिक व्यवस्था को सुनिक्ष्चित करने के लिए जारी किए गए हैं. ये नियमों भारत की संप्रभुता और सुरक्षा की रक्षा करने और बाकि देशों से दोस्ती बनाए रखने के लिए हैं. इसके अलावा किसी भी गतिविधि को रोकने के लिए हैं जो सार्वजनिक व्यवस्था के अलावा अपराध को भड़का सकती है.
मेटा के सीईओ मार्क जुकरबर्ग पहले ही मैसेजिंग टेक्नोलॉजी को अपनाने के लिए भारत की तारीफ तक चुके हैं. मार्क जुकरबर्ग ने कहा था कि भारत इस क्षेत्र में ग्लोबल लीडर है. भारत 400 मिलियन यूजर्स के साथ व्हाट्सऐप का सबसे बड़ा बाजार है. इसी वजह से दोनों ही एक दूसरे के लिए काफी महत्व रखते हैं.