फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। विश्वनाथ सामाजिक सेवा संस्थान द्वारा संचालित एशियन कंप्यूटर इंस्टीट्यूट द्वारा 4 केंद्रों पर सामान्य ज्ञान परीक्षा में कुल 6432 छात्रों ने भाग लिया। सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज श्याम नगर केंद्र पर सीनियर वर्ग में 1458 व जूनियर वर्ग में 1237, राजपुर में अमर ज्योति इण्टर कॉलेज में सीनियर वर्ग में 623 व जूनियर वर्ग में 584, शाहजहांपुर भरगंवा में अवंतीबाई इंटर कॉलेज केंद्र पर सीनियर वर्ग में 654 व जूनियर वर्ग में 596, नवाबगंज में जेएस इंटर कॉलेज में सीनियर वर्ग में 748 व जूनियर वर्ग में 534 छात्र-छात्राओं ने प्रतिभा किया। परीक्षा दो वर्गों में आयोजित हुई। जूनियर वर्ग कक्षा 6 से 9 प्रात: 9 से 10 बजे तक तथा सीनियर वर्ग कक्षा 10 से परास्नातक तक प्रात: 11 से 12 तक हुई। छात्रों ने छात्रवृत्ति व पुरस्कार पाने के लिए दिमागी कसरत की। परीक्षा में समसामयिक, राजनीतिए खेलकूद, तार्किक योग्यता, भूगोल इतिहास, गणित आदि के प्रश्नों को शामिल किया गया। निदेशक सुरेन्द्र पाण्डेय ने बताया कि यह प्रतियोगिता 22 वर्षों से निरंतर आयोजित हो रही है। इसके माध्यम से जहां एक ओर छात्र वर्तमान समय के अनुसार सूचना प्रौद्योगिकी से जुड़ते हैं। साथ ही संस्थान द्वारा छात्रों को पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित भी किया जाता है। सामान्य ज्ञान परीक्षा का परिणाम सीनियर वर्ग 13 व 14 अगस्त एवं जूनियर वर्ग 17 अगस्त को एशियन कंप्यूटर इंस्टीट्यूट की शाखाओं पर घोषित होगा।
प्रबंध निदेशक आकांक्षा सक्सेना ने बताया कि प्रतियोगिता के माध्यम से विजेता छात्र को मेगा पुरस्कार के रूप में साईकिल, प्रथम पुरुस्कार मिक्सी, द्वितीय पुरुस्कार इलेक्ट्रिक केटल, सांत्वना पुरुस्कार दीवाल घडी एवं 50 प्रतिशत व उससे अधिक अंक प्राप्त करने वाले छात्रों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा। निदेशक सुरेन्द्र पाण्डेय ने कहा कि हमारा उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों तक कंप्यूटर शिक्षा पहुंचे, प्रतिस्पर्धा बढती जा रहा है, इसलिए यदि सफल होना है तो मेहनत के साथ साथ कंप्यूटर ज्ञान अति आवश्यक है। परीक्षा में सुपर्णा, रक्षपाल, रियाज, जितेन्द्र यादव, प्रमोद कुमार, राजेन्द्र दीक्षित, नवीन मिश्र, नरेन्द्र पाण्डेय, अभय, याशिका, पंकज पाण्डेय, डॉ0 समरेन्द्र शुक्ल, आशुतोष मिश्र, रवीन्द्र भदौरिया, अनुराग पाण्डेय, पूनम पाण्डेय, प्रिया, सिंघिका, आदेश अवस्थी, सोनेलाल, गौरव मिश्रा, शैलेंद्र, वंशिका, ऋतिका, उज्जवल, ऋतिक, प्रांजल आदि ने सहयोग किया।