परिजनों ने लगाया सूचना न देने का आरोप
मोहम्मदाबाद, समृद्धि न्यूज। गैस प्लांट में कार्य करने वाले मजदूर के सीने में अचानक दर्द होने से उसकी कुछ समय बाद मौत हो गयी। परिजनों ने ठेकेदार पर सूचना न देने का आरोप लगाया है। सूचना मिलने पर पहुंचे थानाध्यक्ष ने जांच पड़ताल की।
जानकारी के अनुसार शनिवार सुबह करीब ५.३० बजे कोतवाली क्षेत्र के गांव सकवाई निवासी जगेंद्र पुत्र इजेंद्र सिंह गैसिंगपुर स्थित गैस प्लांट पर काम करने पहुंचा। गेट पर इंट्री कराने के बाद जगेंद्र अपने सिलेंडर सील पंच का कार्य करने लगा। लगभग सुबह 7 बजे अचानक सीने में दर्द होने पर जगेंद्र वहीं गिर पड़ा। साथ में काम कर रहे दीपक व अंकित ने उसे पकडक़र लिटा दिया और अपने सुपरवाइजर के साथ अपने फ्लोर ऑफिसर सुभाषचंद्र को जानकारी दी। जिस पर सुभाषचन्द्र ने कोई एक्शन नहीं लिया। साथी कर्मचारियों ने सकवाई में स्थित झोलाछाप डॉक्टर को दिखाना चाहा, तो उसने मना कर दिया। साथियों ने घटना की सूचना उसके परिजनों को दी। परिजन जब लोहिया लेकर पहुंचे, तो डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। परिजनों ने शव को गैस प्लांट में लाकर रख दिया और आरोप लगाया कि प्लांट में खड़ी गाड़ी से अगर जगेंद्र को भेजते तो शायद उसकी जान बच सकती थी। साथ ही परिवार के लोगों ने पत्नी सुनीता देवी तथा मृतक के बच्चे कृष्णा 15 वर्ष, दिव्यांशु 13 वर्ष, दिव्या 11 वर्ष तथा परी 8 वर्ष के लिए मुआवजे की मांग की है। वही इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड गैसिंगपुर में तैनात डीजीएम किशोर बेहेरा ने कहा है कि हमें घटना की जानकारी हुई हैं, तो हमारे कर्मचारी उसे फस्र्ट ट्रीटमेंट के लिए पास के डॉक्टर को दिखाने के लिए ले गए थे। मुआवजे के लिए वह अपने अधिकारियों से बात करके जो भी कंपनी से हो सकता है मृतक के पीडि़त परिवार को दिलवाएंगे। मृतक ठेकेदार मोनू राठौर के नीचे कार्य करता था। वहीं ठेकेदार मोनू राठौर ने बताया कि मृतक के परिजन को उनसे और इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड की तरफ से ज्यादा से ज्यादा फंड दिलवाने की कोशिश करेंगे। मौके पर कोतवाली प्रभारी मनोज भाटी पुलिस बल के साथ पहुंचे। एसआई सूर्य प्रकाश उपाध्याय ने पंचनामा भरकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। मृतक की माता, बेटी देवी तथा पत्नी सुनीता देवी का रो-रोकर बुरा हाल है।