कानपुर में LPG सिलेंडर से टकराई ट्रेन, धमाके के साथ उड़ाने की कोशिश

रेलवे ने IB को सौंपी जांच

उत्तर प्रदेश के अनवरगंज-कासगंज रूट पर कानपुर से भिवानी जा रही कालिंदी एक्सप्रेस (14117) रविवार रात पलटने से बच गई। ट्रैक पर भरा सिलिंडर रख ट्रेन को पटरी से उतारने की साजिश रची गई थी। बर्राजपुर और बिल्हौर के बीच 100 किमी की रफ्तार से दौड़ रही ट्रेन जब सिलिंडर से टकराई तो तेज आवाज हुई। इसके बाद लोको पायलट ने इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन रोक दी। रेलवे और आरपीएफ अधिकारियों को घटनास्थल से सिलिंडर के अलावा कांच की बत्ती लगी बोतल, माचिस और एक संदिग्ध झोला मिला है।

कानपुर में लगातार तीसरी ट्रेन की घटना सामने आई है, इसमें हर बार इसे साजिश के तहत चलती ट्रेन को नुकसान पहुंचाने का प्रयास किया गया है. प्रयागराज से भिवनैं के लिए रवाना हुई कालिंदी एक्सप्रेस ट्रेन जब कानपुर के शिवराजपुर के रेलवे ट्रैक के पास पहुंची तो ट्रैक पर एक एलपीजी गैस सिलेंडर रेल की पटरी के बिलकुल बीच में रखा  हुआ था. जिसे ट्रेन को धमाके के साथ उड़ाने की कोशिश जाहिर हो रहा है. घटना कानपुर सेंट्रल से महज 30 किलोमीटर दूर शिवराजपुर क्षेत्र के रेलवे ट्रैक की है. हालांकि ये लाइन बरेली मंडल के अधीन है लेकिन रात 8.30 बजे यहां से गुजर रही कालिंदी एक्सप्रेस को धमाके से उड़ने की एक नापाक साजिश रची गई. जिसमें रेल के ट्रैक के बीच में एक एलपीजी गैस सिलेंडर के साथ एक कांच की बोतल में ज्वलनशील पदार्थ और सफेद रंग के केमिकल के साथ रखा गया था. गुजर रही ट्रेन के ड्राइवर ने पटरी पर रखे सिलेंडर को देख एमरजेंसी ब्रेक लगाया. लेकिन रफ्तार होने के चलते ट्रेन के इंजन सिलेंडर से टकरा गया और वो उछलकर दूर गिरा गनीमत थी कि ट्रेन से टकराने के दौरान सिलेंडर फटा नहीं वरना रेल की पटरी धमाके से उखड़ जाती और इंजन समेत बोगियां पटरी से उतर जाती. वहीं हादसे के दौरान ट्रेन एक घंटे तक रोक दी गई और अधिकारियों को सूचना दी गई. जिसके बाद ट्रेन में बैठे सभी यात्री दहशत में आ गए और मौके अपर रेलवे के अधिकारियों समेत पुलिस और जीआरपी के अधिकारियों ने भी अपना डेरा डाल दिया. जांच शुरू हुई और साक्ष्य इकट्ठा कर भरा हुआ गैस सिलेंडर जो ट्रेन से टकराने के बाद क्षतिग्रस्त हो चुका आठ ओज कब्जे में लेकर बोरे में भरे केमिकल और सफेद पाउडर को भी जनक टीम ने जब्त कर लिया. इसकी आतंकी साजिश के चलते जांच शुरू कर दी गई है. मौके पर फोरेंसिक टीमें और डॉग स्क्वायड भी मौजूद है. वहीं इस घटना के बाद अपर पुलिस आयुक्त हरीश चंद्र ने बताया की कोई नुकसान नहीं हुआ. रेलवे लाइन शुरू कर ट्रेन को रवाना कर दिया गया है और संदिग्ध सामना को जब्त कर जांच की जा रही है. सभी पहलुओं पर बारीक नजर रखते हुए रेलवे टीम भी जांच कर रही है. इस घटना से पहले गुजैनी रेलवे ट्रैक पर 40 फिर की ऊंचाई से एक ट्रक रेल लाइन के ऊपर गिरा था. जिससे चित्रकूट एक्सप्रेस गुजरने वाली थी. अगर ट्रेन के गुजरने के दौरान ट्रक गिरा होता तो बड़ा हादसा होता. घटना के बाद पुलिस, आरपीएफ और जीआरपी ने घटनास्थल और उसके आसपास के क्षेत्र की कॉम्बिंग शुरू कर दी है। इस दौरान सुरक्षा कर्मी झाड़ियों के बीच जाकर भी हर छोटी बड़ी चीज को खोज रहे हैं जिससे मामले की जांच में मदद मिल सके। साथ ही संदिग्ध के बारे में भी कोई सुराग हाथ लग सके। मामले की जांच में तेजी के साथ ही पुलिस की कई टीमों को अलग-अलग जिम्मेदारी सौंपी गई है। बारूद जैसे दिखने वाले पदार्थ के पैकेट जिस मिठाई की दुकान के कैरी बैग में मिले हैं उस दुकान पर एक टीम भेजा गया है। कैरी बैग में छिबरामऊ की एक मिठाई की दुकान का नाम व पता लिखा हुआ है। पुलिस वहां के सीसीटीवी कैमरे चेक कर संदिग्धों को चिह्नित करेगी।मौके पर बाती लगी एक बोतल मिली है जिसमें ज्वलनशील पदार्थ मौजूद है, इसलिए पुलिस एक दूसरी टीम को घटनास्थल के आसपास के कई किलोमीटर के दायरे में मौजूद पेट्रोल पंपों के सीसीटीवी फुटेज चेक करने के लिए भी लगाया गया है ताकि बोतल में पेट्रोल लेने वाले शख्स का पता लगाया जा सके।

 

 

 

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