पेट्रोल बम-बारूद पास में रखा ताकि धमाके की चपेट में आए ट्रेन
कानपुर के पास कालिंदी एक्सप्रेस को पलटाने की साजिश के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है. मामले की जांच कर रही यूपी एटीएस, आईबी और एनआईए की टीमों को शक है कि यह वारदात कुख्यात आतंकवादी संगठन आईएसआईएस ने अंजाम दिया है. घटना स्थल से मिले तथ्यों और सबूतों के आधार पर आशंका जताई गई है कि ISIS के खुरासन मॉड्यूल ने इस वारदात को अंजाम दिया है. फिलहाल इस मामले में पकड़े गए दोनों आरोपियों से यह टीमें लगातार पूछताछ कर रही हैं. हालांकि अभी तक इन आरोपियों को कुछ खास खुलासा नहीं किया है. इसके पीछे भी खुरासन मॉड्यूल की कार्यप्रणाली को ही जिम्मेदार बताया जा रहा है. मामले की जांच कर रहे अधिकारियों के मुताबिक अभी यह खुलासा प्राथमिक जांच में हुआ है. अभी भी कई तथ्यों की पड़ताल होनी बाकी है. अधिकारियों के मुताबिक जिस मॉड्यूल पर शक है, उसके आतंकी कट्टरपंथी होते हैं और वुल्फ अटैक करते हैं. वह साल 2017 में मध्य प्रदेश में इस तरह की वारदात को अंजाम दे चुके हैं.कानपुर में कालिंदी एक्सप्रेस को डिरेल करने की साजिश के पीछे आतंकी संगठन आईएस के खुरासान माड्यूल पर जांच एजेंसियों को शक गहराता जा रहा है। इसी वजह से आईबी, एनआईए, यूपी एटीएस समेत कई एजेंसियों ने कानपुर में डेरा डाल दिया है और साजिश से जुड़े हर पहलू की गहनता से जांच की जा रही है।
धमाके की चिंगारी पेट्रोल बम व बारूद तक लाने का था प्लान
ट्रैक पर सिलिंडर को इसलिए गाड़ा गया ताकि ट्रेन उससे टकरा कर पलट जाए अथवा सिलिंडर में ब्लास्ट हो जाए। इसके अलावा पेट्रोल बम की सुतली को सिलिंडर की नोजल से जोड़ दिया गया था और ट्रैक के पास बारूद भी रख दिया गया। मंशा यह थी सिलिंडर से टकराने के बाद अगर वह नहीं फटा तो रगड़ से चिंगारी पेट्रोल बम व बारूद तक पहुंच जाए।