नवाबगंज, समृद्धि न्यूज। तेज हवाओं के साथ हुई बरसात से धान तथा बाजरे की फसल को काफी नुकसान हो रहा है। जिससे किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें साफ देखी जा रही हैं।
नवाबगंज थाना क्षेत्र के आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में हो रही दो दिन से तेज हवाओं के साथ भारी बरसात से धान तथा बाजरे की फसल में काफी नुकसान हो रहा है। जहां अन्नदाताओं ने मोटी रकम लगाकर फसलों को तैयार किया है, वहीं अब मौसम की खराबी तथा तेज हवाओं के कारण जिन धान के खेतों में बाली तथा दाना आ रहा है वह धान जमीन पर गिर गया है। जैसा कि हर अन्नदाता को मालूम है कि गिरी हुई फसल तैयार होने से पहले गिर जाती है, तो उसमें अनाज की अनहोनी हो जाती है। कम अनाज पैदा होने से किसने की चिंताएं बढ़ती जा रही हैं। मोटी लागत से तैयार हुई धान की फसल यदि धराशाई हो जाए, तो फिर फसल की अनहोनी से अन्नदाता की परेशानी बढ़ती है, क्योंकि रसूखदारों तथा धन्नासेठों से उधार लेकर फसल की लागत लगाकर तैयार किया जाता है और यदि फसल खराब हो जाती है तो अन्नदाता को दो तरह का नुकसान होता है एक तो रसूखदारों का पैसा भरना पड़ता है और दूसरे लिया हुआ पैसा उनका फसलों की लागत में खराब हो जाता है इससे किसानों के चिंताएं बढ़ती जा रही हैं यदि कहीं मौसम में सुधार न हुआ तो धान की फसलों में काफी नुकसान होने की संभावना जताई जा रही है। क्षेत्र के गांव नगला जोधा, दबा हुआ नगला, दुर्गा, सोना जानकीपुर, हुसैनपुर रायपुर, बरतल, नगला हीरा सिंह, हमीरपुर, चांदपुर बैग सहित क्षेत्र में भारी मात्रा में धान की फसल उगाई जाती है और हर आदमी अपनी फसल पर डिपेंड होता है की फसल तैयार हो जाएगी तो कोई कार्य कर लिया जाएगा, लेकिन जब फसल खराब होती है तो अन्नदाता को भारी मुसीबत दिखाई पड़ती है।