फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। दिगम्बर जैन समाज के महापर्व पर्युषण की शुरुआत रविवार को हुई। तीसरे दिन जैन धर्म के अनुयायियों को आत्मशुद्धि के लिए प्रेरित किया गया। तप आराधना और आत्मा को शुद्ध तथा पवित्र बनाने के लिए धार्मिक क्रियाओं का ध्यान कें्रदित कर प्रेरणा दी गई। सधवाड़ा स्थित जैन मंदिर में भगवान महावीर की पूजा अर्चना की गई। भगवान महावीर कहते है कि मैं सब जीवों से क्षमा चाहता हूँ। जगत के सभी जीवों के प्रति मेरा मैत्रीभाव है। क्षमापर्व जैन धर्म में मनाया जाने वाला ऐसा पावन त्योहार है जो समूचे देशवासियों को सुख-शान्ति का सन्देश देता है। यह पावन पर्व सिर्फ जैन समाज को ही नहीं बल्कि अन्य सभी समाज जन को अपने अहंकार और क्रोध का त्याग करके धैर्य के रथ पर सवार होकर सादा जीवन जीने, उच्च विचारों को अपनाने की प्रेरणा देता है। जियो और जीने दो का यही लक्ष्य है। महिलाओं ने मंदिर पहुंचकर भगवान नेमीनाथ की पूजा अर्चना कर देर शाम आरती में भाग लिया। इस मौके पर बड़ी संख्या में महिलायें मौजूद रही।