केंद्रीय विद्यालय में रिश्वत लेकर दाखिला देने का मामला आया सामने.

*पीडि़त ने राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री को शिकायती पत्र भेजकर कार्यवाही की मांग
*दलाल ने 75 हजार
व प्रवेश प्रभारी पर 60000 मांगने का लगाया आरोप

फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। केंद्रीय विद्यालय में रिश्वत लेकर प्रवेश देने की शिकायत राष्ट्रपति एवं प्रधानमंत्री को भेजे शिकायती पत्र में की गई। शिकायती पत्र में दर्शाया गया कि किस तरीके से अनिमियततायें की जा रही है और मनमाने तरीके से दलालों के माध्यम से अवैध वसूली करके विद्यालय में एडमीशन दिया जा रहा है।
नगर के मोहल्ला तलैया फजल इमाम निवासी अभय पाल ने राष्ट्रपति को भेजे गये शिकायती पत्र में दर्शाया कि अनिमित तरीके से बच्चों को प्रवेश दिया जा रहा है। वर्तमान सत्र के लिए अभी से ही एडमीशन की बुकिंग चालू हो गई है। शिकायतकर्ता ने कहा कि वह अपने पुत्र लवकुश का केंद्रीय विद्यालय में प्रवेश कराना चाहता है। इस संदर्भ में प्रवेश प्रभारी दुष्यंत सिंह से शिकायतकर्ता ने भेंट की और जानकारी प्राप्त करनी चाही तो प्रवेश प्रभारी ने कचहरी स्थित एक कैफेे के संचालक अहिवरन सिंह के पास भेज दिया। जिन्होंने प्रवेश के लिए 75 हजार रुपये मांगे और गारंटी दी कि यदि पैसा दोगे तो एडमीशन होगा। इसी तरीके से प्रवेश प्रभारी ने भी 60 हजार रुपये प्रति बच्चे प्रवेश के लिए मांगे थे। इस बात की शिकायत प्राचार्य से की गई थी, साथ पीएम कार्यालय व लखनऊ संभाग के लिए भी शिकायती पत्र भेजा गया था, लेकिन कार्यवाही नहीं हुई। अब भी पैसे लेकर एडमीशन की बुकिंग की जा रही है। जिससे पैसे न दे सकने वालों बच्चों का एडमीशन नहीं हो पायेगा। नियम विरुद्ध कन्नौज के कुश पुत्र धर्मेन्द्र का प्रवेश ले लिया गया और पीलीभीत के आरफ सोनकर को प्रवेश नहीं दिया गया। इसी तरीके से बीपीएल श्रेणी व अन्य श्रेणियों के बच्चों जो पैसे नहंी दे सके उन्हें प्रवेश नहीं दिया गया। पिछले सत्र में भी रिश्वतखोरी की शिकायत की गई थी। कार्यवाही न होने पर घूसखोरों के हौसले बुलंद हो गये और वर्तमान सत्र में नियम विरुद्ध तरीके से पाठ-ए, पाठ-5 नियम का भी उल्लंघन किया जा रहा है। स्थानीय बच्चों से पैसे लेकर प्रवेश दिया जा रहा है जो पैसा नहीं दे पा रहे है वह प्रवेश लेने से वंचित रह जा रहे है। यह क्रम कई वर्षों से चल रहा है। कार्यवाही नहीं होती, जिससे दलालों की दुकान अच्छी चल रही है। मामले की जांच कराकर कार्यवाही कराये जाने की मांग शिकायतकर्ता ने की है।

जब इस संदर्भ में विद्यालय प्रशासन से संपर्क करना चाहा तो मुख्य द्वार पर तैनात सुरक्षाकर्मी ने कहकर मना कर दिया कि साहब बात नहीं करना चाहते हैं हमारा समाचार किसी पर भी लगाए गए आरोप की पुष्टि नहीं करता यह मात्र शिकायतकर्ता का आरोप हैl

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