हिन्दी भाषा को राष्ट्र भाषा बनाने की हिन्दी साहित्य भारती संस्था ने उठायी मांग

फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। अंतरराष्ट्रीय संस्था हिंदी साहित्य भारती के केंद्रीय अध्यक्ष रवींद्र शुक्ला के निर्देशन में सदस्यों ने हिंदी भाषा को राष्ट्रभाषा बनाने हेतु एसडीएम सदर रजनीकांत को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में संस्था द्वारा मांग की गई है कि जबकि हमारे संविधान में हिंदी भाषा को राष्ट्रभाषा बनाने का संकल्प है। उसके बाद भी अभी तक हिंदी राष्ट्रभाषा नहीं बन पाई है। भारत सरकार को इस संबंध में प्रमाणिक शोध भी प्रस्तुत किया जा चुका है। हिंदी साहित्य भारती के सदस्यों ने इस ज्ञापन के माध्यम से राष्ट्रपति सम्बोधित ज्ञापन भेजकर अनुरोध किया है कि हिंदी भाषा को राष्ट्रभाषा बनाकर एक देश एक भाषा का सपना पूरा करके देश की अखंडता और स्वाभिमान सुरक्षित करने की मांग की है। भारती मिश्रा, भूपेंद्र प्रताप सिंह, राम मुरारी शुक्ला, श्रीनिवास मिश्र, डा0 पीडी शुक्ला, डॉ0 प्रभात अवस्थी, गीता भारद्वाज, अल्का मिश्रा, प्रियंका, पूनम, आदेश गंगवार, आलोक बिहारी शुक्ला आदि लोगों ने हस्ताक्षर कर ज्ञापन सौंपा।

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