केंद्र सरकार ने आधार कार्ड और पैन कार्ड का डेटा लीक करने वाली 3 वेबसाइट्स को ब्लॉक कर दिया है. ये वेबसाइट्स स्टार हेल्थ का लीक डेटा अपनी वेबसाइट पर दिखा रही थीं. आधार अथॉरिटी ने भी इन वेबसाइट्स के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई है. हाल ही में स्टार हेल्थ का 3 करोड़ से ज्यादा लोगों का निजी डेटा लीक हुआ है. स्टार हेल्थ ने भी हैकर, टेलीग्राम और इसमें शामिल दूसरे लोगों पर एफआईआर दर्ज करवाई है. इस डेटा लीक को रोक पाना संभव नहीं है. इसे आसानी से दूसरी वेबसाइट पर डाला जा सकता है. वीपीएन का इस्तेमाल करते हुए इसे देखा जा सकता है. डेटा दूसरे चैटबॉट और वेबसाइट पर डाला जा सकता है. नया डेटा प्रोटेक्शन एक्ट अभी लागू नहीं है.
भारत सरकार सुरक्षित और जवाबदेह इंटरनेट सेवा उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है. इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय की जानकारी में आया है कि कुछ वेबसाइट देश के नागरिकों के आधार और पैन कार्ड का डेटा उजागर कर रही हैं. इसे गंभीरता से लिया गया है. सरकार साइबर सुरक्षा और पर्सनल डेटा की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देती है. इसी कड़ी में इन वेबसाइट्स को ब्लॉक किया गया है.
UIDAI ने दर्ज कराई शिकायत
भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) ने आधार (वित्तीय और अन्य सब्सिडी, लाभ और सेवाओं का लक्षित वितरण) अधिनियम, 2016 के तहत आधार से जुड़े विवरण के सार्वजनिक प्रदर्शन पर रोक संबंधी प्रावधान के उल्लंघन पर संबंधित पुलिस अधिकारियों के पास शिकायत दर्ज कराई है. बयान में कहा गया है, “सीईआरटी-इन ने इन वेबसाइट के विश्लेषण से कुछ सुरक्षा खामियां उजागर की हैं. संबंधित वेबसाइट मालिकों को आईसीटी अवसंरचना को मजबूत करने और खामियों को दुरुस्त करने के लिए उनके स्तर पर की जाने वाली कार्रवाई के बारे में मार्गदर्शन प्रदान किया गया है.” आईटी अधिनियम के तहत, कोई भी प्रतिकूल रूप से प्रभावित पक्ष शिकायत दर्ज करने और मुआवजे की मांग करने के लिए निर्णायक अधिकारी से संपर्क कर सकता है. राज्यों के आईटी सचिवों को निर्णायक अधिकारी के रूप में अधिकार दिया गया है. पिछले हफ़्ते एक साइबर सुरक्षा शोधकर्ता ने दावा किया था कि स्टार हेल्थ इंश्योरेंस के अधिकारियों ने 3.1 करोड़ ग्राहकों का डेटा बेचा है.