मारा गया हसन नसरल्लाह, हिजबुल्लाह ने की पुष्टि

हिजबुल्लाह ने अपने नेता हसन नसरल्लाह की मौत की पुष्टि कर दी है. हिजबुल्लाह ने खुद बयान जारी कर कहा है कि उसके नेता नसरल्लाह अब उनके बीच नहीं हैं. हिजबुल्लाह का नेतृत्व अपने बलिदानों और शहीदों से भरे रास्ते में सर्वोच्च, पवित्रतम और सबसे अनमोल शहीद को दुश्मन का सामना करने, गाजा और फिलिस्तीन का समर्थन करने और लेबनान और उसके दृढ़ और सम्मानीय लोगों की रक्षा करने के लिए अपना जिहाद जारी रखने का वचन देता है. नसरल्लाह के मारे जाने की पुष्टि करते हुए हिजबुल्लाह ने आगे कहा कि मुजाहिदीन और इस्लामी प्रतिरोध के विजयी नायकों के लिए, आप शहीद सैयद का भरोसा हैं. आप हमारे लिए अभेद ढाल थे. हमारे नेता, अपनी महानता, अपने विचार,  भावना, लाइन और पवित्र दृष्टिकोण के साथ अभी भी हमारे बीच हैं.बेरूत में इजराइल द्वारा किए गए हमलों में कम से कम दो लोगों की मौत हो गई और 76 अन्य घायल हो गए. लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने इसकी जानकारी दी है. इजराइली सेना ने शुक्रवार को कहा कि उसने बेरूत में हिजबुल्ला के केंद्रीय मुख्यालय पर हमला किया, जहां एक के बाद एक कई भीषण विस्फोट से काफी संख्या में इमारतें ध्वस्त हो गईं और आसमान में नारंगी तथा काले धुएं का गुबार छा गया. लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि इस हमले में कम से कम दो लोग मारे गए और कई लोग घायल हो गए.

इजराइल के हमलों से डरा ईरान, सुप्रीम लीडर खामेनेई को सुरक्षित जगह किया गया शिफ्ट

इजराइल की ओर से लेबनान के बेरूत में किए गए विध्वंसक हमले के बाद ईरान के सुप्रीम लीडर अली खामेनेई की सुरक्षा भी बढ़ा दी गई है. खामेनेई पर हमले की आशंका व्यक्त की गई है. जिसके बाद ईरानी फोर्स ने सुप्रीम लीडर को किसी सुरक्षित जगह पर शिफ्ट कर दिया है. इसके साथ-साथ ईरान अपने सभी प्रॉक्सी से भी बातचीत कर रहा है. कुछ रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया है कि इजराइल पर एक साथ बड़े हमले की तैयारी भी की जा रही है. ईरानी स्टेट मीडिया रिपोर्ट में दावा किया जा रहा है ईरान की IRGC मिसाइल फोर्स किसी भी वक्त हमले के लिए पूरी तरह से तैयार है. इसके अलावा एयर फोर्स को भी हाई अलर्ट पर रखा गया है और फाइटर जेट पूरी तरह से एक्टिव मोड में हैं. इसके अलावा ईरान ने अपने एयर डिफेंस सिस्टम को भी एक्टिव कर दिया है.बेरूत में मौजूद ईरानी दूतावास का कहना है कि इजराइल की ओर से किया गया हमला एक खतरनाक गेम चेंजर साबित हो सकता है. उसने अटैक को अपराध करार देते हुए कहा कि इसका उचित दंड दिया जाना चाहिए. ईरानी दूतावास के इस टिप्पणी के बाद से माना जा रहा है कि ईरान चुप नहीं बैठने वाला है. वहीं, लेबनान के कार्यवाहक प्रधानमंत्री नजीब मिकाती ने कहा है कि इजारइल के हमलों से पता चलता है कि उसे युद्ध विराम लाने के प्रयासों की कोई परवाह नहीं है.

हिजबुल्ला एक शिया मुस्लिम सशस्त्र समूह है जिसका गठन 1980 के दशक में लेबनान के लंबे गृहयुद्ध की अराजकता के दौरान हुआ था। कहा जाता है कि इसे ईरान की मदद से दक्षिणी लेबनान पर इस्राइल के कब्जे से लड़ने के लिए बनाया गया था।  हिजबुल्ला लेबनान में एक शक्तिशाली राजनीतिक और लड़ाकू शक्ति के रूप में उभरा है। इसके साथ ही समूह ने सीरिया, इराक, यमन और पश्चिम एशिया में अन्य जगहों पर अपने गुट का विस्तार किया है। लेबनान में इसके पास अपने समूह को ताकतवर बनाने के लिए एक व्यापक बुनियादी ढांचा है। इसमें सामाजिक सेवाओं, संचार और आंतरिक सुरक्षा के लिए बनाए गए दफ्तर शामिल हैं। 2022 के चुनावों में लेबनान की संसद में हिजबुल्ला और उसके राजनीतिक सहयोगियों ने अपना बहुमत खो दिया। हालांकि, इसके बावजूद हिजबुल्ला लेबनान में शक्तिशाली बना हुआ है और यह देश के कुछ हिस्सों पर नियंत्रण रखता है, जिसमें उत्तरी इस्राइल की सीमा पर मौजूद दक्षिणी लेबनान भी शामिल है।
हिजबुल्ला का गठन ईरान के समर्थन से हुआ था और इसके ईरान के साथ वित्तीय और सैन्य संबंध भी हैं। हिजबुल्ला उस संगठन का हिस्सा है जिसे ईरान अपने ‘विरोध की धुरी’ कहता है। यह ‘विरोध की धुरी’ इस्राइल विरोधी ताकतों का एक नेटवर्क है जिसमें गाजा में हमास और यमन में हूती शामिल हैं। सैन्य विश्लेषक हिजबुल्ला को ईरानी प्रॉक्सी समूहों में सबसे शक्तिशाली और प्रभावशाली मानते हैं और यह इस्राइल के लिए सबसे गंभीर सैन्य खतरा भी माना जाता है। माना जाता है कि ईरान ने हिजबुल्ला को ताकतवर मिसाइलें दी हैं जो कई इस्राइली शहरों पर हमला कर सकती हैं।
2006 में हुए खतरनाक युद्ध के बाद हिजबुल्ला ने इस्राइल का मुकाबला करने के लिए इन वर्षों में अपनी सैन्य क्षमता बढ़ाई है। ऐसा अनुमान है कि हिजबुल्ला के पास हजारों रॉकेट और कुछ उन्नत और सटीक मिसाइलें हैं। इस महीने की शुरुआत में इस्राइली सेना ने पड़ोसी सीरिया में हिजबुल्ला के मिसाइल उत्पादन केंद्र को तबाह कर दिया था।

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