लखनऊ. उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के चिनहट इलाके में फ्लिपकार्ट के डिलीवरी बॉय भरत की हत्या का खुलासा करते हुए पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया है. पुलिस के मुताबिक निजी कम्पनी के कर्मचारी ने फ्लिपकार्ट से एक लाख का मोबाइल आर्डर किया था, जिसकी डिलीवरी देने भरत कुमार साहू पहुंचा था. जहां उसकी गाला घोंटकर हत्या कर दी गई. इसके बाद शव को बैग में भरकर आरोपी ने अपने एक साथी की मदद से उसे इंदिरा नहर में फेंक दिया और मौके से फरार हो गए. इस मामले में एक सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है जिसमें भरत मोबाइल की डिलीवरी देने के लिए बाइक से जाता नजर आ रहा हैं. ACP ईस्ट शशांक सिंह ने बताया कि तकरोही में रहने वाले गजानन ने ऑनलाइन शॉपिंग ऐप से एक लाख की कीमत के दो मोबाइल आर्डर किए थे. जिसकी डिलीवरी देने के लिए भरत 24 सितंबर को पहुंचा था. मोबाइल की डिलीवरी देने के बाद जब भरत ने पैसे मांगे तो गजानन ने मना कर दिया. इसके बाद उसने भरत को घर के अंदर खींचकर उसके साथ मारपीट की और गला दबाकर हत्या कर दी. इसके बाद शव को बोर में भर दिया. फिर गजानन ने अपने एक दोस्त आकाश को मदद के लिए बुलाया. दोनों ने शव को कार से ले जाकर इंदिरा नहर में फेंक दिया. इसके बाद गजानन फरार हो गया.
पुलिस के मुताबिक, वारदात देवा रोड स्थित बाबा अस्पताल के पास घर में अंजाम दी गई। जांच में सामने आया कि हिमांशु कनौजिया ने अपने फोन से दोनों मोबाइल ऑर्डर किए थे। 24 सितंबर की दोपहर जब भरत ने कॉल किया तो उसने गजानन से कांफ्रेंसिंग पर बात कराई। गजानन ने कहा, वह मोबाइल रिसीव कर लेगा। जब दोपहर को भरत मोबाइल लेकर पहुंचा तो गजानन ने आकाश के साथ मिलकर उसे घर के अंदर घसीट लिया। फिर हत्या कर मोबाइल और पैसे लूट लिए। पुलिस को आशंका है कि आरोपियों ने भरत की लाश के टुकड़े किए और फिर उसके बाद उसे नहर में फेंका। कुछ ऐसी जानकारी सामने आईं, जिससे एक आशंका ये भी है कि कहीं शव के टुकड़े कर बैग में तो नहीं भरे?
सर्विलांस के जाल में फंसे आरोपी
गुमशुदगी दर्ज करने के बाद पुलिस ने भरत के मोबाइल नंबर की लोकेशन और कॉल डिटेल निकाली। आखिरी लोकेशन हत्यारोपियों के घर के पास की मिली। भरत के नंबर से आखिरी कॉल हिमांशु और फिर गजानन के नंबर पर की गई थी, इसलिए पुलिस ने इनकी भी डिटेल निकाली। इससे खुलासा हुआ कि उस शाम दोनों की लोकेशन माती में नहर के पास थी। सीसीटीवी फुटेज से भी साफ हो गया कि भरत गजानन के घर के अंदर तो गया, लेकिन बाहर नहीं आया। आरोपी कार में उनका बैग रखकर जाते दिखे, जिससे पुलिस का शक पुख्ता हो गया। आरोपियों को उठाकर सख्ती से पूछताछ की तो खुलासा हो गया। डीसीपी पूर्वी शशांक सिंह ने बताया कि एसडीआरएफ की टीम मंगलवार को भी नहर में शव की तलाश करेगी।
ऐसे खुला मामला
मामला तब खुला जब 25 सितंबर को कंपनी की तरफ से पेमेंट न पहुंचने पर भरत को फोन किया गया. फोन स्विच ऑफ जाने पर उसके परिजनों से संपर्क किया गया. फिर परिजन भी भरत की तलाश में जुट गए. भरत के भाई प्रेम कुमार ने चिनहट थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई. पुलिस ने जब भारत की कॉल डिटेल खंगाली तो गजानन से आखिरी बात की जानकारी मिली. इसके बाद गजानन की कॉल डिटेल से आकाश तक पुलिस पहुंची. आकाश को हिरासत में लेकर पुलिस ने शख्ती से पूछताछ की तो उसने हत्या की बात कबूली. इस मामले में पुलिस ने गजानन की गिरफ्तारी के लिए चार टीमें लगा दी हैं.