अमृतपुर, समृद्धि न्यूज। बीती करीब दो महीने से बाढ़ की विभीषिका का दंश झेल रहे गंगापार के वाशिंदों को भले ही अब बाढ़ से धीरे-धीरे निजात मिलने लगी हो, लेकिन बाढ़ अपने पीछे कई तरह की संक्रामक बीमारियों को छोड़ गयी है। गड्ढों में भरे पानी से उठ रही सड़ांध से क्षेत्र में वायरल बुखार, जुकाम, खांसी, त्वचा रोग आदि बीमारियां पैर पसारने लगी हैं। इन्हीं सब समस्याओं को देखते हुए जिलाधिकारी डॉ0 वी0के0 सिंह ने स्वास्थ्य टीमों को निर्देश दिए थे कि वह अपने-अपने क्षेत्र में जाकर बाढ़ पीडि़तों की समस्याओं से रूबरू हो और बीमार परेशान लोगों तक नि:शुल्क दवाई पहुंचाएं। इसी क्रम में मंगलवार को अमृतपुर स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी डॉक्टर गौरव वर्मा ने स्वास्थ्य टीम के पवन कुमार, कुशल व राकेश कुमार के साथ ग्राम किराचन में पहुंचकर 155 बीमार मरीजों को दवाइयां वितरित कीं। जांच के दौरान पाया गया कि इस बाढग़्रस्त क्षेत्र के गांव में अधिकतर मरीज जुखाम, बुखार, खांसी, वायरल, चर्म रोग से संबंधित थे। इन मरीजों को जांच के उपरांत नि:शुल्क दवाइयों का वितरण किया गया और संभावित बीमारियों से बचने के उपाय भी बताए गए। बदलते मौसम में सर्दी, जुकाम और खांसी होने की संभावना अधिक रहती है। इसलिए इन मरीजों को सुझाव दिया गया कि वह पड़ रही ओस के चलते खुले में ना लेटें। मच्छरदानी का प्रयोग करें। ताजा भोजन लें और साफ पानी पिएं। फुल आस्तीन के कपड़े पहनें। शाम के समय घरों में उजाला रखें, क्योंकि बाढ़ के दौरान अधिकतर जहरीले कीड़े आने लगते हैं। जिससे बचाव रखना बहुत ही जरूरी होता है। स्वास्थ्य टीम कई घंटे तक गांव में डेरा जमाये रही और लोगों को स्वास्थ्य संबंधी जानकारी के साथ दवाइयां देती रही।