मेरापुर । थाना क्षेत्र के नगर संकिसा (कटरा) निवासी आशाराम की पुत्री शिखा ने अपने पति सचिन,देवर विमल व प्रेम कुमार, ससुर दर्शन सिंह सार शृंगार वती, ननंद रीतु व शीला निवासी ग्राम नगला गहियर थाना व जिला मैनपुरी के विरुद्ध धारा 498-ए,323,504,352,506 एवं दहेज प्रतिषेध अधिनियम 3 व 4 के तहत मुकदमा दर्ज कराया है।
तहरीर के अनुसार दिनांक 9 मई 2019 को आशाराम ने अपनी पुत्री शिखा का विवाह हिंदू रीति रिवाज के अनुसार दान दहेज देकर सचिन के साथ किया था
दिए गए दान दहेज से उपरोक्त ससुराली जन खुश नहीं थे अतिरिक्त दहेज में एक कार एवं व्यापार हेतु के लिए 2 लाख रुपये की मांग कर शिखा को तरह-तरह से प्रताड़ित करने लगे तथा घोर यातनाएं देने लगे।उक्त लोगों को कई बार समझाने का प्रयास किया पंचायतें हुईं। परंतु उक्त लोग नहीं माने इसी बीच शिखा ने एक पुत्री को जन्म दिया। पुत्री को जन्म देने के बाद से ससुरालीजनों का व्यवहार और भी खराब हो गया और वह लोग शिखा की हत्या की योजना बनाने लगे। 3 अप्रैल 2023 को उक्त लोगों ने एक राय होकर शिखा को एक कमरे में बंद कर लात, घूंसों तथा बेल्टों से बेरहमी पूर्वक मारा-पीटा तथा पहने हुए कपड़ों में नाबालिक बच्ची सहित घर से निकाल दिया।
घटना की शिकायत पुलिस से करने पर उक्त लोग शिखा के मायके आए। और सादा स्टाम्प पेपर पर हस्ताक्षर कर सुलह समझौते की बात कहने लगे।हस्ताक्षर करने से मना करने पर शिखा के साथ गाली गलौज कर मारपीट करने लगे जब शिखा के भाई ने बचाने का प्रयास किया तो उक्त लोग उन पर भी हमलावर हो गये। पडोस के लोगों के आ जाने पर उक्त लोग जान से मारने की धमकी दे कर मौके से चले गए। शिखा उक्त लोगों के आतंक से बेहत त्रस्त हो गई है।
मेरापुर पुलिस ने शिखा की तहरीर के आधार पर उक्त लोगों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर मुकदमे की जांच उपनिरीक्षक लव कुमार के सुपुर्द कर दी।