जिस महिला की हत्या और अपहरण का गोंडा में दर्ज है केस, वह 3 साल बाद प्रेमी संग मिली

गोंडा जिले से हैरान करने वाली खबर सामने आई है। गोंडा नगर कोतवाली में जिस विवाहिता की हत्या और अपहरण का केस दर्ज था वह करीब साढ़े तीन वर्ष बाद लखनऊ में प्रेमी संग मिली। हाईकोर्ट की लखनऊ खंडपीठ ने कार्रवाई की रिपोर्ट पुलिस से तलब की तो विवाहिता बरामद हो गई। उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले के नगर कोतवाली क्षेत्र से तीन साल पहले लापता हुई कविता देवी को पुलिस ने लखनऊ से जिंदा बरामद किया है. हाईकोर्ट के आदेश के बाद पुलिस और एसओजी की संयुक्त टीम ने 24 वर्षीय कविता को लखनऊ के डालीबाग इलाके से खोज निकाला. इस मामले में कविता के ससुराल वालों पर हत्या और मायके वालों पर अपहरण का मुकदमा दर्ज था. कविता देवी साल 2021 में अचानक लापता हो गई थी. कविता के लापता होने पर ससुराल और मायके दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर गंभीर आरोप लगाए थे. कविता के मायके वालों ने दहेज हत्या का आरोप लगाया था, जबकि उसके पति विनय कुमार ने कविता के भाई और अन्य लोगों पर अपहरण का मामला दर्ज कराया था. कोर्ट के हस्तक्षेप के बाद पुलिस ने कविता की तलाश शुरू की और लखनऊ से उसको बरामद कर लिया. कविता देवी लखनऊ में अपने प्रेमी सत्यनारायण गुप्ता के साथ रह रही थी. सत्यनारायण गुप्ता गोंडा के दुर्जनपुर बाजार में दुकान चलाता था और कविता के घर भी उसका आना-जाना था. जिसके चलते उनके बीच नजदीकियां बढ़ीं. कविता पहले अयोध्या में एक साल तक सत्यनारायण के साथ रही और फिर दोनों लखनऊ चले गए थे.

कोर्ट के आदेश पर हुई कार्रवाई  
कविता की शादी 17 नवंबर 2017 को गोंडा के ददुआ बाजार निवासी विनय कुमार से हुई थी. 5 मई 2021 को वह अचानक लापता हो गई, जिसके बाद उसके मायके वालों ने ससुराल पक्ष पर दहेज हत्या का आरोप लगाया. छह महीने बाद पति विनय कुमार ने ससुराल वालों पर अपहरण का मामला दर्ज कराया था. हाईकोर्ट के आदेश पर एसपी विनीत जायसवाल की निगरानी में एसओजी और नगर कोतवाली पुलिस ने लखनऊ से कविता को जिंदा बरामद किया.

प्रेमी संग पहले अयोध्या फिर लखनऊ पहुंची 
नगर कोतवाल मनोज कुमार पाठक ने बताया कि कविता लखनऊ में सत्यनारायण गुप्ता के साथ रह रही थी। सत्यनारायण की गोंडा के दुर्जनपुर बाजार में दुकान थी। कविता के घर उसका आना-जाना था।  दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ीं। कविता ससुराल से जाने के बाद सत्यनारायण के साथ एक साल तक अयोध्या में रही। फिर दोनों लखनऊ चले गए।

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