मध्य प्रदेश के सतना जिले से आस्था और अंधविश्वास का एक हैरान कर देने का मामला सामने आया है। यहां आस्था के चलते शारदीय नवरात्रि के सोमवार को देवी माता की एक भक्त महिला ने अपनी जीभ काट कर देवी माता के चरणों में अर्पित कर दी। इसके बाद महिला घर में बने मंदिर के पास ही लेट गई। अत्यधिक रक्त स्राव की वजह से मूर्छित पड़ी हुई है।घटना की जानकारी पर पुलिस व सामाजिक संस्था के लोग मौके पर पहुंचे। महिला के उपचार के लिए अस्पताल भेजा गया। परिजन अस्पताल लाने को तैयार नहीं, महिला की पहचान रचना बसोर के रूप में हुई है, जो कि मझगवां की निवासी बताई जा रही। अचेत अवस्था में माता के मूर्ति के सामने पड़ी महिला को अस्पताल ले जाने के लिए परिजनों को समझाइश दी, लेकिन बड़ी संख्या में पहुंचे लोग और परिजन माता द्वारा जीभ वापस देने का तर्क देकर भजन कीर्तन करते रहे। घटना की जानकारी होने के बाद पुलिस और सामाजिक संस्था के लोगों द्वारा मौके पर पहुंचकर महिला को उपचार के लिए अस्पताल ले जाने का प्रयास किया जा रहा था लेकिन परिजन महिला को किसी भी हालत में अस्पताल ले जाने को तैयार नहीं थे। लगभग 2 घंटे तक मंदिर में अचेत रहने के बाद महिला को होश आ गया और मंदिर में देवी माता की मूर्ति के सामने महिला झूमने लगी। जबकि मंदिर के बाहर मौजूद श्रृद्धालु भक्तों का हुजूम देवी की भक्ति में नाच गा रहा था।