मारपीट कर घर से निकाला, न्यायालय के आदेश पर मुकदमा दर्ज
कमालगंज, समृद्धि न्यूज। पति एवं ससुरालीजनों की प्रताडऩा से तंग आकर महिला ने पुलिस को प्रार्थना पत्र दिया, लेकिन पुलिस ने मुकदमा दर्ज नहीं किया। तब पीडि़ता ने न्यायालय की शरण ली। न्यायालय के आदेश पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच पड़ताल शुरु कर दी है।
जानकारी के अनुसार लक्ष्मी पत्नी रणजीत सिंह पुत्री दिनेश श्रीवास्तव निवासी ग्राम खुदागंज ने थाना कमालगंज में शिकायत कर बताया कि पीडि़ता ने रंजीत पुत्र सतीश चंद्र के साथ प्रेम प्रसंग में 4 वर्ष पूर्व शादी की थी। पीडि़ता बतौर पत्नी रंजीत के साथ 4 वर्ष से रह रही है। पीडि़ता के पति रणजीत सिंह ने षड्यंत्र के तहत मोहन सिंह पुत्र राम सिंह निवासी बंथना इंकलाब खेड़ा कोहनी गाजियाबाद पोस्ट थरना खेड़ा जिला गाजियाबाद एवं जीत सिंह पुत्र रामवीर निवासी अल समाज ट्रस्ट सुंदरपुरी गाजियाबाद के साथ भी कोर्ट मैरिज करवाई, लेकिन पीडि़ता को अपने साथ ही रखा। पीडि़ता जीत सिंह और मोहन सिंह को नहीं जानती है और ना अपनी मर्जी से कोर्ट मैरिज की है। पीडि़ता अपने पति रणजीत सिंह के साथ संबंध से गर्भवती हो गई। जिसकी जानकारी होने पर पीडि़ता के ससुर सतीश सिंह एवं सास मीना एवं जेठ सुरजीत सिंह एवं उसकी पत्नी अभिलाषा सोमवंशी ने पीडि़ता का अल्ट्रासाउंड करवाया, तो पीडि़ता 3 महीने की गर्भवती निकली, तो उक्त लोगों द्वारा जबरन दवा खिलाकर पीडि़ता का गर्भपात करवा दिया गया और उसके बाद पीडि़ता के साथ मारपीट करके घर से बाहर निकाल दिया। उसके बाद पीडि़ता अपने पति जिनकी जनसेवा केंद्र की दुकान है। उस कमरे में रह रही है। पीडि़ता ने बताया पति रणजीत सिंह कई बार उसके साथ मारपीट कर चुके है।ं एक बार जान से मारने की नियत से पीडि़ता के गले पर लात रखकर जान से मारने की कोशिश की। जिस पर बड़ी मुश्किल से वह बची। पीडि़ता के पति ने एक झूठा तलाक का मुकदमा न्यायालय में डाल रखा है। जिसकी जानकारी पीडि़ता को सम्मन आने पर हुई। पीडि़ता का माता-पिता से रिश्ता टूट गया है। अब पीडि़ता का सहारा पति रणजीत सिंह ही है, परंतु रणजीत सिंह एवं उसके घर वाले पीडि़ता के साथ मारपीट कर रहे हैं। उपरोक्त लोग पीडि़ता के साथ कभी कोई अप्रिय घटना कारित कर सकते हैं। पुलिस ने न्यायालय के आदेश पर सुसंगत धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर लिया है।