सिंघाड़ा, गन्ना, शंकरकंद की हुई जमकर बिक्री
फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। देवोत्थान एकादशी का पर्व मंगलवार को जिले में धूमधाम से मनाया गया। इस दिन से भगवान विष्णु सृष्टि का कार्यभार संभालते हैं और इसी दिन से सभी तरह के मांगलिक कार्य भी शुरू हो जाते हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार एकादशी व्रत रखने से भगवान विष्णु की विशेष कृपा प्राप्त होती है और मृत्यु के पश्चात मोक्ष की प्राप्ति होती है।
देवोत्थान एकादशी पर सिंघाड़ा, गन्ना, शकरकन्द की विशेष रुप से पूजा अर्चना की जाती है। जिसकी वजह से इनक चीजों के दाम आसमान पर पहुंच गये। हालांति लोगों ने थोड़ी बहुत वस्तुओं की खरीददारी कर त्योहार की औपचारिकतायें पूरी कीं। जहां सिंघाड़ा 30 से 35 रुपये किलो, वहीं शकरंकद भी 40 से 45 रुपये किलो तथा गन्ना 15 से 20 रुपये प्रति गन्ना के हिसाब से बिका। बाजार में जगह-जगह सिंघाड़ा, गन्ना तथा शकरकंद की खरीददारी करते लोग दिखायी दिये। इसके पीछे एक कथा भी प्रचलित है। धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को श्रीहरी ने शंखासुर नाम के दैत्य का वध किया था। दोनों के बीच काफी लंबे समय तक युद्ध चला था। शंखासुर के वध के बाद जैसे ही युद्ध समाप्त हुआ भगवान विष्णु बहुत ज्यादा थक गए। इसलिए युद्ध समाप्त होते ही वह सोने के लिए प्रस्थान कर गए। भगवान इस दिन क्षीरसागर में जाकर सो गए और इसके बाद वह कार्तिक शुक्ल पक्ष की एकादशी को जागे, तभी से इस पूजा का विधान पड़ा। बताते हैं कि इस दिन सारे मांगलिक कार्य शुरु हो जाते हैं। देवोत्थान एकादशी को लेकर घरों में महिलाओं चौक बनाकर पूजा-अर्चना की। श्रद्धालुओं द्वारा व्रत रखा गया।