अटेवा के प्रयास से मिला न्याय
फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। अटेवा के प्रयास से 13 वर्ष बाद परिवारिक पेंशन का लाभ मिलने के आदेश पर रस्तोगी इंटर कालेज की चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी भावुक हो गयी। मृतक कर्मचारी की पत्नी ने अटेवा का धन्यवाद ज्ञापित किया। सेठ कन्हैया लाल रामशरन रस्तोगी इंटर कालेज के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी अरविन्द सिंह निवासी भिडौर कुबेरपुर की सेवाकाल के दौरान 2011 में आकास्मिक मृत्यु हो गयी। कर्मचारी के मरणोपरान्त मिलने वाली परिवारिक पेंशन उनकी पत्नी संतोषी देवी को पति की मृत्यु के बाद 12 वर्ष तक नहं नहीं मिली। अटेवा के प्रदेश संयुक्त मंत्री ज्ञानप्रकाश त्रिपाठी ने जनपद से लेकर कानपुर तक पेंशन दिलवाने का प्रयास किया। जिसके चलते 12 वर्ष बाद संतोषी देवी को परिवारिक पेंशन देने का आदेश जारी किया गया। आदेश सुनकर संतोषी देवी भावुक हो उठी और उन्होंने पेंशन बचाओ मंच का आभार जताया। पिछले 12 वर्षों से परिवारिक पेंशन की पत्रावलियां जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में प्रेषिक नहीं की गई। यह प्रकरण विद्यालय स्तर पर लंबित था। मृतक कर्मचारी की पत्नी को परिवारिक पेंशन गे्रच्युटी का आदेश प्राप्त हो गया है। 13 वर्ष के बाद मृतक की पत्नी संतोषी देवी ने आदेश पाने के बाद अटेवा के प्रदेश मंत्री ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी का आभार जताया। साथ ही जिला विद्यालय निरीक्षक एवं डीडीआर कानपुर को भी धन्यवाद दिया। ज्ञानप्रकाश त्रिपाठी ने बताया कि मृतक की पत्नी ने 13 वर्षों तक इंतजार किया। ऐसे में मानसिक व आर्थिक परेशानी का सामना करना पड़ा। लंबित पेंशन में विलम्ब हुआ है। संगठन मांग करता है कि लंबित रखने में विद्यालय स्तर पर जो भी व्यक्ति जिम्मेदार हो उससे मृतक की पत्नी को विलंबती अवधि के ब्याज की धनराशि भुगतान करायी जाये। संगठन इसके लिए संघर्ष करेगा। इस मौके पर ज्ञानप्रकाश त्रिपाठी, विद्यालय के शिक्षक राकेश प्रसाद, देवेन्द्र कुमार, विजेन्द्र पाल सिंह, हिमांशु शुक्ला, सुधाकर चतुर्वेदी, सुभाष चन्द्र शुक्ला, शैलेश दुबे आदि लोग मौजूद रहे।