19 नवम्बर से विश्व शौचालय दिवस पखवाड़ा के तहत चल रहा था अभियान
फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। विश्व शौचालय दिवस 19 नवम्बर से 10 दिसम्बर (मानवाधिकार दिवस) तक चलने वाले वल्र्ड टॉयलेट डे-2024 अभियान के समापन पर मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभागार में दोपहर 12 बजे जिलाधिकारी की अध्यक्षता में सम्मान एवं पुरस्कार समारोह का आयोजन किया गया। जनपद के 07 विकास खण्डों में से प्रत्येक विकास खण्ड से 03 अच्छे व्यक्तिगत शौचालय के लाभार्थियों कुल 21 अच्छे व्यक्तिगत शौचालय के लाभार्थियों का विवरण जनपद को उपलब्ध कराया गया। जिसमें से 05 सबसे अच्छे व्यक्तिगत शौचालय के लाभार्थियों को प्रशस्ति पत्र और उपहार देकर सम्मानित किया गया। प्रत्येक विकास खण्ड द्वारा 02 अच्छे सामुदायिक शौचालय के नाम और विवरण उपलब्ध कराये गये। कुल 14 अच्छे सामुदायिक शौचालय में से 03 सबसे अच्छे सामुदायिक शौचालय के केयरटेकर तथा उस ग्राम पंचायत के ग्राम प्रधानों को सम्मानित और पुरस्कृत किया गया। व्यक्तिगत शौचालय के लाभार्थी बढ़पुर की ग्राम पंचायत गुतासी से राकेश कुमार, ब्लाक नवाबगंज के ग्राम समैचीपुर से शैलेन्द्र, ब्लाक मोहम्मदाबाद के ग्राम गनपतपुर बुढऩपुर से सरिता, ब्लाक कमालगंज के ग्राम बंथल शाहपुर से सुधीश, ब्लाक बढ़पुर के ग्राम नूरपुर गढिय़ा से अवधेश कुमार व सामुदायिक शौचालय (केयर टेकर और ग्राम प्रधानों) में मोहम्मदाबाद के ग्राम पंचायत पट्टीखुर्द के ग्राम प्रधान प्रवीण कुमार, केयर टेकर बीना, राजेपुर के ग्राम पंचायत कमालुद्दीनपुर के ग्राम प्रधान रितू पाठक, केयर टेकर बबली, बढ़पुर के ग्राम पंचायत पिथूपुर मेहदिया के ग्राम प्रधान दुर्ग विजय, केयर टेकर आशा देवी को प्रशस्ति पत्र व उपहार देकर सम्मानित किया गया। ग्राम प्रधानों और सामुदायिक शौचालय के केयरटेकरों द्वारा किये गये अपने प्रयासों और उपलब्धियों के सम्बन्ध में डीएम को जानकारी दी। डीएम ने व्यक्तिगत शौचालय के लाभार्थियों से शौचालय निर्माण में प्रोत्साहन राशि के अतिरिक्त स्वयं लगाई गई धनराशि के बारे में जानकारी ली और यह भी पूछा कि किसी स्तर पर किसी सरकारी कर्मचारी अथवा अन्य के द्वारा किसी प्रकार की पैसे की मांग तो नहीं की गई है। इस पर किसी के द्वारा पैसे की मांग करने की बात प्रकाश में नहीं आई। ग्राम प्रधानों ने उनकी ग्राम पंचायत में निर्मित आर0आर0सी0 के संचालन, उनके क्रियाशीलता तथा ग्रामीणों से यूजर चार्ज एकत्र करने की जानकारी भी दी। डीएम तीन मॉडल स्कूल बर्ना बुजुर्ग, पापियापुर और अलावलपुर के सम्बन्ध में अपने अनुभवों और प्रयासों के विषय में बताया तथा ग्राम प्रधानों को यह भी बताया कि इन विद्यालयों का भ्रमण कर विद्यालयों के समान ही अपनी ग्राम पंचायत के सभी विद्यालयों की व्यवस्थाए पढ़ाई की गुणवत्ता और साज-सजा सुनिश्चित करने के निर्देश दिये।