उन्नाव, समृद्धि न्यूज। बीघापुर थाना क्षेत्र में पुलिस ने एक फर्जी पुलिसकर्मी को गिरफ्तार किया है, जो वाहन चालकों से अवैध वसूली कर रहा था। आरोपी ने पुलिस की वर्दी पहनकर इलाके में लंबे समय से लोगों को गुमराह किया। एसपी के निर्देश पर चलाए गए विशेष अभियान के तहत बीघापुर पुलिस ने शातिर को रंगे हाथ पकड़ा।
फर्जी वर्दी, नकली पहचान पत्र और वसूली के पैसे बरामद बीघापुर थाने के उपनिरीक्षक लक्ष्मण प्रसाद पाण्डेय और उनकी टीम ने छापेमारी के दौरान आरोपी शिव बक्स को पकड़ा। आरोपी के पास से पुलिस वर्दी, मोनोग्राम वाली जैकेट, पुलिस बैज, जाली पहचान पत्र, नाम प्लेट और पीतल का ताज बरामद हुआ। इसके अलावा, 7300 रुपये नकद और पुलिस लिखी मोटरसाइकिल भी जब्त की गई।
एसपीजी में तैनाती का झांसा देकर वसूली करता था पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने खुद को रायबरेली के सरेनी थाना क्षेत्र के निवाजीखेड़ा गांव का निवासी बताया। उसने कबूल किया कि वह 12वीं पास है और नौकरी न मिलने के कारण पुलिस की वर्दी पहनकर वसूली करने लगा। आरोपी ने बताया कि वह खुद को एसपीजी में तैनात बताकर रायबरेली, पुरवा और अब बीघापुर में वसूली कर रहा था। कस्बे में लंबे समय से सक्रिय था पुलिस को सूचना मिली थी कि बीघापुर कस्बे में एक व्यक्ति पुलिस वर्दी में वाहन चालकों से अवैध वसूली कर रहा है। सूचना मिलते ही ओमप्रकाश की दुकान के पास छापेमारी की गई और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया। अपर पुलिस अधीक्षक अखिलेश सिंह ने पुलिस लाइन में मामले का खुलासा करते हुए बताया, “आरोपी ने रोहित सिंह नाम की नेम प्लेट लगाकर क्षेत्र में वसूली कर रहा था। पिछले दो साल से यह रायबरेली और आसपास के इलाकों में ठगी करता आ रहा है। आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेजा जा रहा है।”पहले रायबरेली, फिर उन्नाव में चला खेल जांच में यह भी पता चला कि आरोपी ने रायबरेली में वसूली के बाद उन्नाव के पुरवा क्षेत्र में अपना ठिकाना बनाया और फिर बीघापुर में सक्रिय हुआ। पुलिस अब यह पता लगा रही है कि आरोपी ने कितने लोगों से ठगी की है। कानूनी शिकंजा कसने की तैयारी बीघापुर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर न्यायिक हिरासत में भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि कहीं इस फर्जीवाड़े में और लोग शामिल तो नहीं।