पुलिस व वनाधिकारियों की छत्रछाया में पनप रहा लकड़ी कटान का गोरखधंधा
शमशाबाद, समृद्धि न्यूज। इसे वन्य अधिकारियों व थाना पुलिस की मिलीभगत कहा जाए तो ज्यादा बेहतर होगा, क्योंकि शमशाबाद क्षेत्र में लकड़ी माफिया एक लंबे समय से सक्रिय हैं और शहर के अलावा ग्रामीण इलाकों में हरे भरे वृक्षों को काटकर अच्छी खासी कमाई कर रहे हैं। सबसे बड़ी बात यह है की लकड़ी माफिया जो कभी रात के अंधेरे में हरे भरे वृक्षों को कटवाकर दिन का उजाला होने से पहले ट्रैक्टर ट्रालियों के सहारे ठिकाने लगवा दिया करते थे आजकल वही लकड़ी माफिया बेखौफ हो गए हैं और दिनदहाड़े लकड़ी के अवैध कटान को अंजाम देने लगे हैं। इसका उदाहरण भी विकासखंड शमशाबाद क्षेत्र के ग्राम अरियारा से चिलसरी जाने वाले मार्ग पर बंबे की पुलिया के पास देखने को मिला। बताते हैं यहां लगभग 12 आम के पेड़ थे जिसे लकड़ी माफिया लालू व उसके साथी एक अन्य लकड़ी माफिया जो बरझाला निवासी बताया गया है के द्वारा कटवाकर ठिकाने लगवा दिया गया है और कटी हुई जड़ों पर मिट्टी डालकर उन्हें कब काटा गया है ये भी लकड़ी माफियाओं द्वारा छिपाने का कार्य किया गया है। बताते हैं जब ग्रामीणों को इस बात की जानकारी हुई तो उन्होंने इसकी सूचना कुछ समाचार प्रतिनिधियों को दी। जिस पर मौके पर देखा गया तो वहां 12 आम के पेड़ कटे हुए मिले। शमशाबाद क्षेत्र में एक लंबे समय से हरे भरे वृक्षों को बेखौफ होकर लकड़ी माफिया द्वारा कटवाये जाने का कार्य जारी है। अफसोस इस ओर पुलिस तथा वन विभाग दोनों ही निष्क्रिय नजर आ रहे है। यही कारण है बुलंद हौसलों के साथ लकड़ी माफिया दिन के उजाले में इस अवैध कार्य को अंजाम दे रहे हैं। जो एक चिंता का विषय है। सूत्रों के अनुसार एक लकड़ी माफिया ने बताया कि हम लोग लकड़ी काटते हैं उसमें वन विभाग व पुलिस मेरा सहयोग करती है। इसके ऐवज में हम उनको 40 परसेंट देते हैं।