2010 में पदार्पण करने वाले अश्विन ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के दौरान संन्यास लेने का फैसला किया, जिससे क्रिकेट जगत आश्चर्यचकित रह गया। अश्विन 2022 में ही संन्यास ले सकते थे। नई दिल्ली: भारतीय टीम के ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास ले लिया है।
भारत और ऑस्ट्रेलिया के अभी सीरीज खेली जा रही है। तीसरा मैच हो चुका है और सीरीज में दो मैच अभी बाकी हैं। इस बीच एक बड़ी और अहम खबर सामने आ रही है। टीम इंडिया के स्टार खिलाड़ियों में से एक रविचंद्रन अश्विन ने अचानक से अपने रिटायरमेंट का ऐलान कर दिया है। अश्विन की टीम इंडिया की कई बड़ी बड़ी जीतों में बहुत बड़ा योगदान रहा है। अश्विन का रिटायरमेंट एक युग का समाप्त होना है। वे भारत की कई बड़ी जीतों के गवाह रहे हैं। कई सारे पल उन्होंने टीम के साथ गुजारे हैं। अश्विन के रिटायरमेंट पर कप्तान रोहित शर्मा भी काफी भावुक नजर आए।
भारत के ऑफ स्पिनर आर अश्विन ने इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास ले लिया. अश्विन ने गाबा टेस्ट खत्म होते ही रिटायरमेंट का ऐलान किया. रविचंद्रन अश्विन भारतीय टेस्ट इतिहास के अब तक के सबसे कामयाब गेंदबाजों में से एक रहे हैं. इस दौरे पर उन्हें अभी तक एक ही मैच खेलने का मौक़ा मिला है. एडिलेड के बाद वे गाबा टेस्ट से बाहर हो गए थे. गाबा टेस्ट के दौरान अश्विन टीम इंडिया के खिलाड़ियों को गले लगाते हुए नजर आए. उन्होंने कप्तान रोहित शर्मा और विराट कोहली को गले लगाया. हेड कोच गंभीर से भी अश्विन ने काफी देर तक बातचीत की और फिर प्रेस कॉन्फ्रेंस में आकर उन्होंने रिटायरमेंट का ऐलान कर दिया. रोहित शर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में जानकारी दी कि अश्विन अब ऑस्ट्रेलिया में नहीं रहेंगे. वो गुरुवार को भारत लौटेंगे.
अश्विन का इंटरनेशनल करियर
आर अश्विन ने टेस्ट क्रिकेट में 106 मैचों में 537 विकेट हासिल किए. उनके नाम 37 फाइव विकेट हॉल हैं और 8 बार उन्होंने मैच में 10 विकेट लिए. अश्विन ने 156 वनडे विकेट भी हासिल किए. टी20 में अश्विन ने 72 विकेट चटकाए. इंटरनेशनल करियर में उनके नाम 765 विकेट रहे. अश्विन ने बतौर बल्लेबाज भी अपनी छाप छोड़ी. उनके नाम टेस्ट क्रिकेट में 3503 रन हैं और उन्होंने कुल 6 टेस्ट शतक लगाए. फर्स्ट क्लास क्रिकेट में उनके नाम कुल 8 शतक रहे.