फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। बदायंू में स्थित सम्राट अशोक पर्यटक स्थल बुद्ध विहार सूर्यकुण्ड मझिया में भगवान बुद्ध की प्रतिमा तोडऩे व भन्ते को लोगों द्वारा अपमानित करने तथा कब्जा करने के सम्बन्ध में मुख्यमंत्री सम्बोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा गया।
बोधि पुस्तकालय एवं महा समता बुद्ध बिहार समिति ने दिये गये ज्ञापन में दर्शाया गया कि लम्बे समय से भन्ते लोग इस बुद्ध बिहार में रहकर भगवान बुद्ध कि प्रथना पूजा अर्चना करते चले आ रहे है। बुद्ध बिहार के सौंदर्यीकरण के लिए प्रदेश सरकार ने 99.96 लाख रूपये दिया था। 7 दिसम्बर को कुछ लोगों ने बुद्ध बिहार पहुंचकर वहां पर रह रहे भन्ते लोगों के साथ अभद्रता की और बुद्ध वृक्ष पीपल के नीचे चबूतरा बना था। वहां थोड़ी जमीन खोदी और कुछ लाकर रख दिया और आरोप लगाया कि वहां पर शिवलिंग निकली। इसके बाद चौकी इंचार्ज जवाहरपुर और इसपेक्टर सिविल लाइन बदायंू को बुलाया। चौकी इंचार्ज ने भगवान बुद्ध की प्रतिमा को तोडऩे का अथम प्रयास किया। जिसमें प्रतिमा पर निशान को मिटाया गया और भन्तों के साथ गाली गलौज किया और भगवान बुद्ध की प्रतिमा तोडऩे का प्रयास किया। प्रतिमा पर निशान मौजूद है। वहां के लोगों ने सीसीटीवी कैमरे में तोड़े गये लिखे हुए वाक्यों को मिटाया गया। साथ ही भंते को थाने में लेजाकर बंद कर दिया गया और ५ लाख का मुचलका भरवाकर छोड़ा गया। चौकी इंचार्ज की जबरदस्ती से ताला लगा दिया गया और सामान को बाहर फेंक दिया गया। जिससे सरकार की छवि धूमिल हुई है और भगवान बुद्ध में आस्था रखने वालों में आक्रोश है। इस मौके पर नरेन्द्र शाक्य, शिवम शाक्य, भंते नागसेन, भंते मिलिन्द रत्न, बुद्ध गुणरत्न, धम्मदीप, पवन कुमार शाक्य, सोमित रत्न, भंते शीलप्रिय, भंते बौद्ध शरन, भंते कमल बोधि, सेवाराम शाक्य, आनन्द रत्न, सर्वेश बाबू, प्रवेश रत्न शाक्य, सर्वेश कुमार, कालीचरण शाक्य, भंते प्रेम सागर, भंते धम्मपाल, प्रताप सिंह यादव, रामऔतार शाक्य, जितेन्द्र सिंह, मिथुन शाक्य, कमलेश शाक्य, सुबोध शाक्य, राजवीर शाक्य, जतिन शाक्य, सुधेश शाक्य, विमलेश शाक्य, संजय शाक्य, प्रभात शाक्य, विजय सिंह शाक्य, डा0 देवेश कुमार, रामऔैतार कुशवाहा आदि लोग मौजूद रहे।