जलसा में 19 हाफिजों की हुई दस्तारबंदी
बड़ी संख्या में उमड़ी भीड़
मुल्क में अमन-चैन की मांगी गई दुआएं
(फहीम शेख)
समधन, समृद्धि न्यूज़। एक अजीमुश्शान जलसा दस्तारबंदी में मौलाना ने कहा कि हमारा मज़हब जिन्दा मज़हब, इस्लाम जिन्दा मज़हब है। लिहाजा इसके अन्दर जरा सी भी कोई बात होती है तों मुसलमान चीख पड़ता है।
कस्बा समधन स्थित नई बाजार में बीता गुरुवार रात मदरसा रफीकुल उलूम की जानिब से एक अजीमुश्शान जलसा दस्तारबंदी कार्यक्रम आयोजित हुआ कुरान पाक की तिलावत से जलसे का आगाज हुआ जिसमें दारूलउलूम देवबंद के उस्ताद ए हदीस मौलाना मोहम्मद सलमान बिजनौरी ने अपने बयान में कहा कि मेरे बन्दों जो तुम्हारे आमाल होते हैं वह हम सब जमा करके रखता हूं वह सब आखिरत में लौटा दूंगा हम सब को अपने अकीदो को ठीक करना है। अल्लाह ताला कहता है कि तुम मुझसे हिदायत मांगों देंगे तुम मुझसे लिवास मांगों, तुम हमसे खाना मांगों हम तुम्हें देंगे कहा कि मुसलमानों को अपने हालात बदलने की जरूरत है। मौलाना खालिद गाजीपुरी नदवतुल उलमा लखनऊ ने अपने बयान में कहा कि मुसलमानों को यह सिखाया गया कि अपनी मेहनत से अपनी रोजी कमाओं इस्लाम चैलेनजी मज़हब है चैलेंज करके आया है। और जो चैलेंज देता है उसके मुक़ाबले में लोग आते हैं। मुसलमान अपनी जान से ज्यादा इस्लाम से मोहब्बत रखता है।
इसी दौरान मदरसा रफीकुल उलूम के 19 हाफिज बच्चों की दस्तारबंदी भी हुई। जलसे की निजामत मौलाना अकील ने की इस अवसर पर मौलाना मसूद अहमद, हाफिज इसराईल, मौलाना मुफ्ती साजिद, हाफिज मुसीर, मौलाना आसिफ अली, मुफीस शेख, मुस्तकीम शेख़, युसुफ शेख,फहीम शेख,आसिफ शेख, रिजवान,तौफीक,अरसद शेख,नौसा खान, यामीन, सदाकत मास्टर आदि सैकड़ों लोग मौजूद रहे।