सूफी संतों की दरगाहों से फैज हासिल करने का दिया गया संदेश
फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। 700वें उर्से मखदूम के मौके पर परम्परागत दरगाहे मखदूमियां शेखपुर में सज्जादानशीन अजीजुल हक गालिब मियाँ की सरपरस्ती में शानदार जश्न-ए-सरकारे मदीना का आयोजन किया गया। जलसा रात ९ बजे से शुरु हुआ और सुबह ५ बजे सलातो सलाम और फाहिता ख्वानी के बाद आखिरी कुल शरीफ के साथ-साथ अपने अंजाम तक पहुंचकर उर्स और मेले का समापन हो गया। जश्न-ए-सरकार मदीना का आगाज तिलावते कुरान पाक से कारी एजाज अहमद ने किया। जलसे की निजामत शाहिद रजा ने की। मालेगांव महाराष्ट्र से तशरीफ लाये अमीनुल कादरी ने नसीहत आमेज तकरीर कर बुर्जुगानेदीन की रुहानी जिन्दगी और इंसान को सही रास्ते पर चलने और मिल जुलकर रहने की नसीहत दी और माहरैरा शरीफ से तशरीफ लाये सैय्यद शाह अमान मियाँ ने सूफी इज्म पर सूफी संतों की दरगाहों से फैज हासिल करने के लिए उनके बताये रास्तों पर चलने का संदेश दिया। मौलाना मसऊद अहमद बरकाती मौलाना अबुल कैस बनारसी, जाकिर मसऊदी बहराईच, इरफान और मोहम्मद खालिद अय्यूब जयपुर ने बेहतरीन नातिया कलाम पेश कर महफिल में समां बांध दिया। मौलाना एहसानुल हक, अफ्फान हाशमी, हस्सान अहमद, अफसार अली, दानिश नवाज, वारिस खान, अब्दुल जब्बार, फसीहउद्दीन, मुशीर खान, निजाम, खालिद तौसीफ, तौफीक ने व्यवस्थायें देखीं। गौरतलब है कि दरगाह पर संचालन मदरसा जामये बुर्राकिया ने किया। हाफिजा मुकम्मल करने वाले मोहम्मद हसनैन, मोहम्मद अरसलान, मोहम्मद अनस, अब्दुल समी, मो0 अदनान, मो0 खैरुल बरा, मो0 इस्माईल को हाफिज की डिग्री दस्तार हो गयी।