नायब तहसीलदार व थानाध्यक्ष ने पहुंचकर व्यक्त की शोक संवेदना
कंपिल, समृद्धि न्यूज। लोकतंत्र सेनानियों ने 19 माह के आपातकाल में लोकतंत्र की रक्षा के लिए आंदोलन किया और जेल तक गए। महीनों घर-परिवार से मिलना नहीं हो सका। रिश्तेदारों ने भी मुंह मोड़ लिया तो पारिवारिक समस्याओं से भी ताल्लुक नहीं रहा। किसी के बूढ़े माता-पिता गुजर गए तो किसी का बेटा नहीं रहा। जेल में बंद होने के कारण वह अंतिम संस्कार में भी शामिल नहीं हो सके। इन्हीं में शामिल एक लोकतंत्र सेनानी का आज बुधवार सुबह निधन हो गया।
क्षेत्र के गाँव अलियापुर निवासी 85 वर्षीय जमादार सिंह यादव की बीमारी के चलते बुधवार सुबह करीब 6 बजे निधन हो गया। वह लंबे समय से बीमारी से ग्रसित थे। मौत की खबर मिलते ही स्वजन बिलखने लगे। मृतक की पत्नी बिटोली देवी का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। मृतक जमादार के कोई पुत्र नहीं है। तीन पुत्रियां मीरा, साधना, रेखा हंै। तीनों पुत्रियां विवाहित है। जमादार सिंह के बड़े भाई शिव बहादुर सिंह की भी करीब 25 साल पहले मौत हो चुकी है। स्थानीय विधायक के पति अजीत गंगवार ने गांव पहुंचकर स्वजनों से शोक संवेदना प्रकट की। प्रशासन की तरफ से नायब तहसीलदार मनीष वर्मा ने स्वजनों से शोक सवेदना प्रकट की। राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। थाना प्रभारी ने विश्वनाथ आर्या भी पुलिस बल के साथ मौजूद रहे। तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी ने 25 जून 1975 को देश मे आपात काल की घोषणा की। विरोधी पार्टी के नेताओं को जेल में डाल दिया गया। 14 नवंबर 1975 को विधान परिषद सदस्य ग्रीशचंद्र तिवारी के साथ सरकार के विरोध में जेल गए। जमादार सिंह यादव अपने जीवन काल में आरएसएस से जुडक़र भी देश सेवा के कार्य मे जीवन भर लगे रहे।