गणतन्त्र दिवस पर कलेक्ट्रेट में झंडारोहण करते:जिलाधिकारी………

जिलाधिकारी ने गणतन्त्र दिवस पर कलेक्ट्रेट में झंडारोहण किया। झंडारोहण के पश्चात जिलाधिकारी सहित उपस्थित सभी अधिकारी एवं कर्मचारियों द्वारा राष्ट्रगान गाया गया। उसके पश्चात जिलाधिकारी ने कलेक्ट्रेट गेट पर स्थापित नेता जी सुभाष चंद्र बोस की मूर्ति पर माल्यार्पण किया। कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी, अपर जिलाधिकारी द्वारा महात्मा गांधी जी के छाया चित्र पर माल्यार्पण किया। इस अवसर जिलाधिकारी ने
कलेक्ट्रेट सभागार आयोजित 74 वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर उपस्थित अधिकारी कर्मचारियों को बहुत-बहुत शुभकामनाएं दीं।
इस अवसर पर जिलाधिकारी ने कहा कि ‘अमृत महोत्सव’ काल का यह गणतंत्र दिवस हमारे सभी के जीवन का एक महत्वपूर्ण वर्ष है। जब हमारा गणतंत्र एक ऐसे काल में प्रवेश कर चुका है जहां प्रत्येक व्यक्ति आज उस मुकाम पर खड़ा है । जहां से वह अपने भावी जीवन के एक उज्जवल और सपनीले भविष्य की कामना कर सकता है। परिपक्व गणतंत्र ने व्यक्ति, समाज और देश के विकास के लिए बेहतर अवसर प्रदान किये हैं।

झंडारोहण करते जिलाधिकारी

👉उन्होंने कहा कि आज हम सब लोग जो यहां इस परिसर में उपस्थित हैं वह सभी इस प्रशासनिक व्यवस्था के एक अभिन्न अंग हैंऔर शासन द्वारा लिए जाने वाले निर्णयों को विभिन्न स्तरों पर क्रियान्वित करने का माध्यम हैं। किसी भी लोकतांत्रिक सरकार की लोकप्रियता इसी बात पर निर्भर होती है कि हम प्रशासनिक व्यवस्था के लोग योजनाओं का कितने अच्छे ढंग से क्रियान्वयन कर रहे हैं। हममें से प्रत्येक व्यक्ति जो इस पद पर आसीन हुआ है उसने अपनी योग्यता,अपनी क्षमता, मेहनत और कार्यकुशलता से यह पद हासिल किया है। मैं आशा करता हूं कि सभी कार्मिक अपनी पूरी निष्ठा,लगन और ईमानदारी से अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हैं। आज हम सब की प्राथमिकता और कार्यकुशलता इस बात पर निर्भर करती है कि समाज का अंतिम व्यक्ति जो दूरस्थ गांव में निवास करता है तथा विकास की सबसे निचले पायदान पर खड़ा हुआ है। उसको हमारी योजनाएं,हमारी सुविधाओं सरकार द्वारा दी जाने वाली सामाजिक सुरक्षा का लाभ किस हद तक पहुंच पा रहा है।
👉 हमारे सामाजिक जीवन में जिस प्रकार शासकीय कर्मचारियों को पद और प्रतिष्ठा का लाभ प्राप्त होता है वह अन्य वर्ग के लिए ईर्ष्या का विषय होता है। आज किसी भी महाविद्यालय/ शैक्षणिक संस्थान में किशोर या छात्र-छात्रा से उसके भावी जीवन के संबंध में प्रश्न पूछने पर उनमें से अधिकांश की प्राथमिकता शासकीय सेवा ही होती है। ऐसे में हमें पद और दायित्वों के निर्वहन का जो अवसर मिला है उस पर गौरवान्वित होना स्वाभाविक है। शासकीय जीवन में हमें अपनी ऊर्जा और कार्यकुशलता को इस प्रकार उपयोग करना है कि हम अपने दायित्वों का सर्वोत्तम ढंग से निर्वहन कर सकें।जिस पद पर हम आसीन हैं उस पर इससे भी बेहतर करने का प्रयास करें ।।

👉इस “अमृत-काल” में जहां हम विश्व पटल पर अपनी एक अलग पहचान स्थापित कर रहे हैं। उस समय हमारे शासकीय जीवन ने हमें जो अवसर प्रदान किया है उसके लिए हम आज अपने संविधान के प्रति, संविधान निर्माताओं की उस महान पीढ़ी के प्रति,सबसे बड़ी श्रद्धांजलि यही प्रकट करते हैं कि हम अपने व्यक्तिगत जीवन से,अपने शासकीय जीवन से,अपने राष्ट्र को,अपने संविधान को,अपने गणतंत्र को और अधिक मजबूत तथा कार्य कुशल बनाएंगे ताकि हम उन महान राष्ट्र निर्माताओं की परिकल्पना को साकार करते हुए अपने राष्ट्र को विश्व का सबसे उन्नत और खुशहाल राष्ट्र बनाने में योगदान कर सकें।
अपर जिलाधिकारी ने कहा कि गणतन्त्र दिवस समारोह में उपस्थित सभी अधिकारी/कर्मचारी पूरी निष्ठा और ईमानदारी से अपने कर्तव्यों का पालन कर राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान देकर अमर शहीदों को सच्ची श्रद्धांजलि दे। कार्यक्रम का संचालन प्रशासनिक अधिकारी वीरेन्द्र कटियार जी द्वारा किया गया। इस अवसर पर कलेक्ट्रेट सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे।

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